
भद्रवाह, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के ऊपरी इलाकों में बर्फीले तूफ़ान में अपने पशुओं के साथ फँसे बकरवाल समुदाय के 25 आदिवासियों को सेना ने बचा लिया। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
दर्जनों आदिवासी परिवार किश्तवाड़ के पद्दर, मारवाह, दचन और वारवान क्षेत्रों के ऊँचाई वाले घास के मैदानों से भद्रवाह होते हुए कठुआ, जम्मू और सांबा जिलों की ओर अपने पारंपरिक मौसमी प्रवास पर थे कि तभी वे बेमौसम बर्फबारी में फंस गए।
अधिकारियों ने बताया कि हालाँकि कई परिवार सुरक्षित स्थानों पर पहुँचने में कामयाब रहे लेकिन कुछ परिवार पद्री गली, सतलाड, बिड्डी गली और गंजा-गोठ इलाकों में बर्फीले तूफ़ान में फँस गए और बाद में भद्रवाह स्थित चार राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने उन्हें बचाया।
उन्होंने बताया कि जब 10,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित खन्नी टॉप चौकी पर तैनात सैनिकों को बर्फीले तूफान में फंसे आदिवासियों की दुर्दशा के बारे में पता चला तो वे उनकी सहायता के लिए दौड़े और उन्हें सुरक्षित उनके शिविर तक पहुंचाया जहां उन्हें प्राथमिक उपचार, मुफ्त राशन और अन्य आवश्यक वस्तुएं दी गईं।
अधिकारियों ने बताया कि बचाए गए बकरवालों में 11 पुरुष, 10 महिलाएं और चार बच्चे शामिल हैं, साथ ही 420 मवेशी भी हैं जिनमें 250 भेड़, 150 बकरियां और 20 घोड़े शामिल हैं।
बचाए गए आदिवासियों ने समय पर सहायता के लिए सेना का आभार व्यक्त किया और कहा कि उन्होंने बचने की सारी उम्मीद छोड़ दी थी लेकिन बर्फीले तूफान के बावजूद सेना के जवान पहुंचे और उन्हें सुरक्षित निकाल लिया।
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह
