

बोकारो, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । झारखंड पुलिस को नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता हाथ लगी है। बोकारो जिले के चतरोचट्टी थाना क्षेत्र के मुरपा जंगल में सोमवार को चलाए गए संयुक्त खोजी अभियान के दौरान पुलिस ने माओवादी की निशानदेही पर भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए हैं।
बोकारो पुलिस के अनुसार, माओवादी संगठन से जुड़ा भोला कोड़ा उर्फ रोहित कोड़ा उर्फ विकास दा (21) ने पूछताछ के दौरान खुलासा किया कि उसने और उसके साथी फुलचंद मांझी उर्फ राजू ने जुलाई माह में मुठभेड़ के बाद दो एसएलआर रायफल और मैगजीन को मुरपा जंगल के पास मिट्टी में दबाकर छिपा दिया था।
बोकारो जिला के पुलिस अधीक्षक (एसपी) हरविंदर सिंह ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि रांची पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर पुलिस महानिरीक्षक, कोयला प्रक्षेत्र बोकारो के नेतृत्व में हजारीबाग पुलिस, बोकारो पुलिस, झारखंड जगुआर और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) 154 बटालियन की संयुक्त टीम ने छापेमारी अभियान चलाया और भोला कोड़ा की निशानदेही पर 2 एसएलआर हथियार, 233 जिंदा कारतूस, 6 मैगजीन, 2 मैगजीन पोच और अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद की गई।
एसपी के अनुसार, 17 जुलाई को बिरहोरडेरा जंगल में माओवादी दस्ते के साथ हुई मुठभेड़ में दो नक्सली मारे गए थे, जबकि प्रवेज दा, चंचल दा, विशन दा, राजू और भोला कोड़ा भाग निकले थे। बाद में भोला कोड़ा ने बिहार के मुंगेर में आत्मसमर्पण किया था।उन्होंने बताया कि सुरक्षा बलों की इस छापामारी दल में हजारीबाग जिला के बड़कागांव अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पवन कुमार, गोमिया थाना के उपनिरीक्षक जितेंद्र कुमार, सीआरपीएफ के द्वितीय कमान अधिकारी अभिनव आनंद, 54 बटालियन के दीपक कुमार राणा, चतरोचट्टी के थाना प्रभारी जानु कुमार अलावा जगुआर एवं सीआरपीएफ के सशस्त्र बल शामिल थे।
एसपी ने बताया कि भोला कोड़ा मूल रूप से बिहार के मुंगेर जिला के पैसरा गांव का रहने वाला है। उसके खिलाफ बिहार और झारखंड के कई जिलों में गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें हत्या के प्रयास, आर्म्स एक्ट, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और यूएपीए एक्ट की कई धाराएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत कार्रवाई लगातार जारी रहेगी और बरामद हथियारों को विधिवत जब्त कर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
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(Udaipur Kiran) / अनिल कुमार
