Jammu & Kashmir

सेनाएं मल्टी-डोमेन अभ्यास के लिए तैयार

उधमपुर, 12 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) ।

सुरक्षित ब्रीफिंग हॉल और परिचालन योजना केंद्रों में, एक प्रमुख सैन्य अभ्यास का बीज बोया जा रहा है। जैसे-जैसे भारत भविष्य के युद्ध पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा है इस सप्ताह मुख्यालय उत्तरी कमान के तत्वावधान में एक त्रि-सेवा बहु-डोमेन अभ्यास ‘विद्युत विद्यार्थी’ शुरू होने वाला है; सैनिकों, प्रणालियों, रणनीतियों और सिद्धांतों को एक साथ लाना जो न केवल भूमि, समुद्र और वायु के क्षेत्र में बल्कि अंतरिक्ष, साइबर, विद्युत चुम्बकीय और संज्ञानात्मक क्षेत्र में भी फैले हुए हैं।

शुरुआत 4 अक्टूबर को मथुरा में आयोजित एक विचारशील अग्रदूत ‘संवाद’ से हुई। यहां अधिकारियों और विषय विशेषज्ञों ने आधुनिक खतरों और उभरती प्रौद्योगिकियों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा ने अपने मुख्य भाषण में कहा गतिशील और गैर-गतिशील संचालन के बीच की सीमा आज तेजी से धुंधली हो रही है। विरोधी संचार को अक्षम करके उपग्रहों को बाधित करके या दुष्प्रचार के माध्यम से बड़े पैमाने पर भ्रम पैदा करके एक गोली चलाए बिना कमांडर के निर्णय चक्र को पंगु बनाने का प्रयास करेंगे।

इस वास्तविकता में मल्टी-डोमेन ऑपरेशंस युद्ध के मैदान की रणनीति तक ही सीमित नहीं है बल्कि परिचालन कला में एक आदर्श बदलाव शामिल है। यह विचार-मंथन सत्र स्लाइड या शब्दजाल के बारे में नहीं था यह पारंपरिक युद्ध की सीमा से परे सोचने के लिए दिमाग तैयार करने के बारे में था। बातचीत उपग्रह की कमज़ोरियों से लेकर सूचना युद्ध तक लेकिन मुख्य संदेश पर आधारित थी।

(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता

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