



चंपावत, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर क्षेत्राधिकारी शिवराज सिंह राणा ने थाना रीठा साहिब का अर्धवार्षिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पुलिस व्यवस्था, अभिलेख प्रबंधन, अनुशासन और थाना परिसर की कार्यप्रणाली का मूल्यांकन किया।
निरीक्षण की शुरुआत में क्षेत्राधिकारी ने सलामी गार्ड का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने सभी पुलिसकर्मियों को शस्त्र खोलने-जोड़ने का अभ्यास कराया और बलवा नियंत्रण ड्रिल का आयोजन किया। इसके बाद अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ एक बैठक आयोजित की गई। इसमें उनकी निजी, पारिवारिक और विभागीय समस्याओं पर चर्चा हुई। कई मुद्दों का समाधान मौके पर ही किया गया।
क्षेत्राधिकारी राणा ने कार्यालय अभिलेखों, बैरक, मैस, आपदा प्रबंधन उपकरणों और परिसर की स्वच्छता का भी अवलोकन किया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी आपदा उपकरण सुव्यवस्थित रखे जाएं और थाना व मैस परिसर की नियमित सफाई सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने शस्त्राभ्यास नियमित रूप से करने, लावारिस माल और वाहनों का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए। साथ ही, आमजन को साइबर अपराधों, पॉक्सो अधिनियम और नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक करने पर भी जोर दिया गया।
निरीक्षण के दौरान, क्षेत्राधिकारी ने विवेचकों के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने लंबित विवेचनाओं, प्रार्थना पत्रों, सम्मन-वारंट, आईटी एक्ट, ई-बिटबुक, ई-सम्मन और नेटग्रीड से संबंधित कार्यों में पारदर्शिता और त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए।
उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी विवेचना को अनावश्यक रूप से लंबित न रखा जाए। सभी मामलों का विधिक निस्तारण समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित किया जाना चाहिए। निरीक्षण के बाद, क्षेत्राधिकारी ने थाना क्षेत्र के स्थानीय नागरिकों, जनप्रतिनिधियों, ग्राम प्रधानों और ग्राम प्रहरियों के साथ एक गोष्ठी आयोजित की।
इस गोष्ठी में उन्होंने लोगों को साइबर अपराधों की नवीनतम विधियों, सड़क सुरक्षा नियमों और नशे के बढ़ते दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया। उन्होंने प्रभावी पुलिसिंग के लिए जनसहयोग को महत्वपूर्ण आधार बताया।
(Udaipur Kiran) / राजीव मुरारी