Uttar Pradesh

गंगा और वरुणा नदियाें में तैराकी पर प्रतिबंध, जर्जर मकानों को खाली करने की अपील

फोटो प्रतीक

वाराणसी, 06 अगस्त (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में गंगा और वरुणा नदियों के बढ़ते जलस्तर के कारण बाढ़ की स्थिति बनी हुई हैं। ऐसे

में सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने नदियों में तैराकी (स्विमिंग) पर प्रतिबंध लगा दिया है। इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जर्जर मकानों में रह रहे लोगों से अपील की गई है कि वे तत्काल मकान खाली कर बाढ़ राहत केंद्रों में शरण लें।

पुलिस कमिश्नर ने बाढ़ प्रभावित इलाकाें का बुधवार काे जायजा लेते हुए स्पष्ट निर्देश दिया कि प्रतिबंध के बावजूद कोई व्यक्ति नदियों में तैरता पाया गया तो उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा जाएगा। इसके अतिरिक्त, निजी नावों के संचालन पर भी रोक लगा दी गई है। आदेश का उल्लंघन करने पर नाव जब्त कर चालक को भी जेल भेजने का निर्देश जारी किया गया है।

रात्रिकालीन गश्त पर विशेष ज़ोर देते हुए पुलिस कमिश्नर ने कहा कि खाली मकानों में चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस की नियमित रात्रि पेट्रोलिंग की जाएगी। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि रात्रि में बिना कारण नाव या पैदल बाढ़ प्रभावित इलाकों में घूमना संभावित आपराधिक मंशा माना जाएगा।

बाढ़ राहत केंद्रों में 24 घंटे पुलिस तैनाती

पुलिस कमिश्नर ने बाढ़ राहत केंद्रों में महिला व पुरुष पुलिसकर्मियों की 24 घंटे तैनाती सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, गंगा और वरुणा नदी क्षेत्रों में ड्रोन कैमरों और पेट्रोलिंग बोट के माध्यम से निगरानी की जाएगी। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पीएसी, जल पुलिस और थाना पुलिस की संयुक्त टीमें तैनात की जाएंगी। अफसरों को निर्देश दिया गया है कि वे 24×7 पेट्रोलिंग, रेस्क्यू और अनाउंसमेंट जारी रखें।

निरीक्षण में कई वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद

पुलिस कमिश्नर के निरीक्षण के दौरान अपर पुलिस आयुक्त (कानून-व्यवस्था एवं मुख्यालय) शिवहरि मीणा, पुलिस उपायुक्त काशी ज़ोन गौरव बंशवाल, वरुणा ज़ोन के डीसीपी प्रमोद कुमार, डीसीपी (अपराध) सरवणन टी. सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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