Madhya Pradesh

अनूपपुर: भाई दूज का पर्व मना धूमधाम से, बहनों ने भाइयों को तिलक कर लंबी उम्र की कामना की

बहन भाई काे तिलक लगाते हुए
दूज के बाद
जिला जेल में भाई दूज
दूज की थाली

जेल में मना भैया दूज, बहनों ने भाइयों से अपराध छोड़ने का लिया वचन

अनूपपुर, 23 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में गुरुवार को भाई दूज का पर्व धूमधाम से मनाया गया। यह पर्व भाई-बहन के अटूट स्नेह का प्रतीक है, जिसमें बहनें भाइयों को तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं। भाइयों ने भी अपनी बहनों को उपहार दिए और उनकी रक्षा का वचन दिया।

दीपावली के पांच दिवसीय त्योहार के अंतिम दिन मनाए जाने वाले इस पर्व को लेकर सुबह से ही खासा उत्साह देखा गया। जिन बहनों के भाई उनके पास नहीं पहुंच सके, वह स्वयं भाइयों के घर तिलक करने पहुंचीं। कई बहनों ने विधि-विधान से भैया दूज की कथा सुनकर व्रत रखा और भाई को तिलक लगाने के बाद ही उपवास तोड़ा।

इस पर्व से जुड़ी एक पौराणिक कथा के अनुसार, भगवान सूर्य देव की पत्नी छाया से यमराज और यमुना का जन्म हुआ था। यमुना अपने भाई यमराज से बहुत स्नेह करती थीं। कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा को यमराज अपनी बहन यमुना के पास पहुंचे, जहां यमुना ने उन्हें तिलक लगाया। यमराज ने प्रसन्न होकर यमुना को आशीर्वाद दिया कि जो भी भाई-बहन इस दिन यमुना नदी में स्नान करेंगे, उन्हें दीर्घायु प्राप्त होगी। इसी कारण इसे ‘यम द्वितीया’ भी कहा जाता है। एक अन्य कथा के अनुसार, राक्षस नरकासुर का वध करने के बाद भगवान कृष्ण अपनी बहन सुभद्रा से मिलने गए थे। सुभद्रा ने फूलों, मिठाई और तिलक से अपने भाई का स्वागत किया। यह घटना भी भाई-बहन के बीच प्रेम और सम्मान का प्रतीक बन गई, जिसे भाई दूज के रूप में मनाया जाता है। जिला मुख्यालय अनूपपुर सहित अमरकंटक, राजेन्द्रग्राम, जैतहरी, चचाई, भालूमाड़ा, बदरा, कोतमा, बिजुरी, राजनगर और रामनगर क्षेत्रों व ग्रामीण अंचलों में भी यह पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बहनों ने अपने भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनकी लंबी आयु का आशीर्वाद दिया और उन्हें मिठाई खिलाकर मुंह मीठा कराया। इस अवसर पर भाइयों ने भी अपनी बहनों के पैर छूकर आशीर्वाद लिया, उन्हें उपहार भेंट किए और जीवन भर उनकी रक्षा करने का वचन दिया।

पर्व की विशेष मान्यता यह भी है कि यदि इस दिन भाई-बहन यमुना नदी में एक साथ स्नान करते हैं, तो उनकी जोड़ी हमेशा सलामत रहती है और उनके जीवन में कभी दुख या तकलीफ नहीं आती। माता यमुना उन्हें दीर्घायु का आशीर्वाद प्रदान करती हैं।

जेल में मना भैया दूज, बहनों ने भाइयों से अपराध छोड़ने का लिया वचन

जिला मुख्यालय अनूपपुर में गुरुवार को भैया दूज के अवसर पर जिला जेल में एक भावनात्मक दृश्य देखने को मिला। त्योहार को देखते हुए जेल प्रशासन ने विशेष व्यवस्था करते हुए बंदियों की बहनों को अपने भाइयों से मिलने की अनुमति दी। सुबह से ही महिलाएं पूजा की थाली और मिठाइयां लेकर जेल परिसर पहुंचीं। मुलाक़ाती कक्ष में बहनों ने अपने बंदी भाइयों के माथे पर तिलक लगाया और उनकी लंबी उम्र व सलामती की कामना की। कई बहनों ने भाइयों को देखकर भावुक होकर रो पड़ीं। वहीं, बंदी भाइयों ने भी बहनों को ढांढस बंधाते हुए जल्द घर लौटने और समाज की मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प व्यक्त किया।

जेल प्रशासन ने की विशेष व्यवस्था: जेल प्रभारी इन्द्रदेव तिवारी ने बताया कि त्योहार के मौके पर जेल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रखी गई थी। मुलाकात के दौरान बहनों के लिए पेयजल और बैठने की उचित व्यवस्था भी की गई थी। जहां 25 बंदियों की बहनों ने करीब 40 बहनों ने भाई दूज के अवसर पर तिलक लगाया। जेल प्रशासन द्वार तिलक का सामान हल्दी चावल की व्यवस्था की गई थी।

जेल में बंद भाई को तिलक लगाने पहुंची बहन ने बताया कि उसने अपने भाई को भैया दूज के अवसर पर तिलक लगाकर दक्षिणा में अपराध को छोड़ने का वचन मांगा। जेल में बंद भाई ने बहन को विश्वास दिलाया कि वह अब अपराध की राह नहीं अपनाएगा और समाज की मुख्यधारा से जुड़कर सम्मानजनक जीवन जिएगा। ऐसे कई उदाहरण देखने को मिले जब बहनों ने भाइयों से बेहतर जीवन जीने और गलत राह छोड़ने की अपील की।

(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला

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