

अनूपपुर, 28 सितंबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिले में स्थित 12 विद्यालयों को पीएमश्री विद्यालय का दर्जा दिया गया है, लेकिन दर्जा बढ़ने के बाद भी आज तक इनमें कोई सुविधा नहीं बढ़ पाई है। हालत यह है कि यहां अध्यनरत छात्र-छात्राओं को खेल सुविधा के लिए परेशान होना पड़ता है। यहां पर न तो खेल मैदान है और न ही खेल सामग्री, जिससे छात्र-छात्राओं का सर्वांगीण विकास नहीं हो पा रहा है। अभिभावकों का कहना है कि पीएमश्री विद्यालय का दर्जा जब मिला तो उन्हें लगा कि अब विद्यालय में सुविधा भी बढ़ेंगी, लेकिन आज तक यहां सुविधाओं में कोई बढ़ोतरी नहीं हुई।
वर्तमान में अनूपपुर जिले में हायर सेकंडरी अमरकंटक हायर, हायर सेकेंडरी भेजरी, हाई स्कूल नौगवा, हाई स्कूल दुलहरा, कोलमी, मलगा, बैहा टोला, हाई स्कूल बहेराबांध, केंद्र कोतमा, पोड़ी चौड़ी, भालूमाडा, कन्या शिक्षा परिसर जैतहरी विद्यालय को पीएमश्री स्कूल का दर्जा मिला है। इन सभी विद्यालयों में लगभग 3600 छात्र छात्राएं अध्यनरत हैं।
दो स्कूलों के लिए टेंडर
बीते दिनों पीएमश्री विद्यालय भेजरी तथा बहेराबांध में खेल मैदान का टेंडर जारी किया गया है, जबकि 10 विद्यालयों में अभी तक इसके लिए कोई व्यवस्था नहीं है। भेजरी विद्यालय में खेल मैदान का निर्माण तो कराया जा रहा है, लेकिन यह भूमि निजी भूमि है, ऐसे में शासकीय खेल मैदान का संचालन निजी भूमि पर करने से आगामी दिनों में यह उलझन भरा भी हो सकता है।
पुराने भवन में संचालन
बताया गया कि पीएमश्री विद्यालय का संचालन पुराने भवनों में ही किया जा रहा है जिनकी मरमम्त भी अभी नहीं हो पाई है। बारिश के दिनों में इन सभी विद्यालय में परेशानी का सामना करना पड़ता है। बताया गया कि कुछ भवन 20 से 25 वर्ष पुराने हो चुके हैं। शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल भेजरी में पीएमश्री विद्यालय का संचालन किया जा रहा है। विद्यालय के पास स्वयं का खेल मैदान नहीं है जिस कारण निजी भूमि पर खेल आयोजन होते हैं। यहां 300 से अधिक छात्र संख्या होने के बावजूद खेलकूद के लिए खेल मैदान न होने से छात्र-छात्राओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है।इसी तरह पीएमश्री माध्यमिक विद्यालय बैहाटोला जहां पर ढाई सौ से अधिक विद्यार्थी अध्यनरत हैं लेकिन यहां पर भी खेलकूद मैदान उपलब्ध नहीं है। विद्यालय का दर्जा बढ़ा लेकिन सुविधाएं नहीं है।
ग्राम पंचायत के उप सरपंच श्याम मुरारी शर्मा ने इस संबंध में रविवार को बताया कि खेल मैदान की व्यवस्था हो जाए तो ग्रामीण प्रतिभाओं को निखारने का अवसर मिलेगा। वहीं, इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी टीआर आर्मों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि खेल मैदान जहां उपलब्ध है वहां कार्य कराए जा रहे हैं। भेजरी का विद्यालय ही निजी भूमि पर है। अन्य विद्यालयों में भी खेल मैदान और खेल सुविधाओं का विस्तार होगा। मरमत के संबंध में अभी तक कोई जानकारी नहीं आई है।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
