Madhya Pradesh

अनूपपुर: साइबर अपराधों से सुरक्षा एवं डिजिटल जागरूकता अभियान संबंधी सूचना- पुलिस अधीक्षक

पुलिस अधीक्षक
साइबर के प्रकार

अनूपपुर, 4 नवंबर (Udaipur Kiran) । गृह मंत्रालय, भारत सरकार एवं भारतीय साइबर समन्वय केंद्र द्वारा देशभर में “आइए ऑनलाइन दुनिया को सुरक्षित और ज़िम्मेदार बनाएं” विषय पर जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में पुलिस अधीक्षक अनूपपुर मोती उर रहमान द्वारा द्वारा जिले के नागरिकों को साइबर अपराधों से सतर्क रहने एवं सुरक्षित डिजिटल व्यवहार अपनाने हेतु जागरूक किया जा रहा है।

पुलिस अधीक्षक ने मंगलवार को बताया कि वर्तमान समय में साइबर अपराधी विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन ठगी, निवेश योजनाओं, फर्जी पार्ट-टाइम जॉब ऑफर, ऑनलाइन लोन ऐप, ओटीपी या लिंक शेयरिंग जैसे माध्यमों से लोगों को ठग रहे हैं। नागरिकों से अनुरोध है कि किसी भी अनजान वेबसाइट, मोबाइल ऐप या लिंक पर क्लिक न करें तथा अपनी व्यक्तिगत जानकारी, बैंक डिटेल या ओटीपी किसी के साथ साझा न करें।

डिजिटल अरेस्ट स्कैम

पुलिस अधीक्षक ने सामान्य साइबर ठगी के प्रमुख प्रकार और सावधानियां के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि हाल ही में डिजिटल अरेस्ट के नाम पर कई नागरिकों को ठगी का शिकार बनाया जा रहा है। इस ठगी में साइबर अपराधी खुद को पुलिस अधिकारी, सीबीआई, एनआईए या अन्य सरकारी एजेंसी का अधिकारी बताकर वीडियो कॉल पर डराने का प्रयास करते हैं। वे नकली आईडी कार्ड या वीडियो दिखाकर कहते हैं कि आपका नाम किसी अपराध या मनी लॉन्ड्रिंग केस में जुड़ा है, और आपको “ऑनलाइन गिरफ्तारी” में रखा जा रहा है। ऐसे मामलों में अपराधी आपसे वीडियो कॉल के माध्यम से निरंतर संपर्क में रहते हैं, बैंक खाता फ्रीज करने, जुर्माने या जांच के नाम पर ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करवाते हैं।

रहें सावधान

उन्होंने बताया कि कोई भी सरकारी एजेंसी या पुलिस विभाग ऑनलाइन वीडियो कॉल के माध्यम से गिरफ्तारी नहीं करता हैं तो यदि ऐसी कोई कॉल या वीडियो कॉल आए तो तुरंत कॉल काटें और 1930 पर रिपोर्ट करें। किसी भी प्रकार की मांग या डराने वाले संदेश पर विश्वास न करें।

इंटरनेट स्कैम-“उच्च रिटर्न” निवेश वेबसाइट या ऐप के ज़रिए ठगी की जाती है। केवल सेबी से पंजीकृत संस्थाओं में ही निवेश करें।

पार्ट-टाइम जॉब स्कैम-घर बैठे काम या ऑनलाइन जॉब के नाम पर ठगी। पहले कुछ भुगतान करवा कर फिर संपर्क तोड़ दिया जाता है।

इंस्टेंट लोन स्कैम- फर्जी लोन ऐप डाउनलोड करवाकर व्यक्तिगत डेटा चोरी कर लिया जाता है और फिर ब्लैकमेल किया जाता है। केवल आबीबाई सत्यापित ऐप्स से ही लोन लें।

अजनबी लिंक या मोबाइल ऐप- किसी भी अनजान लिंक या व्हाट्सएप/टेलीग्राम संदेश को क्लिक न करें। इससे आपका डेटा चोरी हो सकता है।

ओटीपी चोरी- कोई भी संस्था आपसे ओटीपी नहीं मांगती। ओटीपी साझा करना सीधा आपके खाते से धन निकासी का रास्ता खोलता है।

महत्वपूर्ण सुझाव:किसी भी प्रकार के साइबर अपराध की शिकायत www.cybercrime.gov.in पर तुरंत दर्ज करें। अथवा राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें। किसी संदिग्ध कॉल, लिंक या ऐप की जानकारी तुरंत नज़दीकी थाना या सायबर पुलिस अनूपपुर को दें।

डिजिटल सुरक्षा का मंत्र:“रुको – सोचो – फिर एक्शन लो।”

पुलिस अधीक्षक ने अनूपपुर जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे साइबर अपराधों से स्वयं भी सतर्क रहें तथा अपने परिवार, मित्रों और परिचितों को भी जागरूक करें। सायबर पुलिस अनूपपुर द्वारा निरंतर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है ताकि जिले में कोई भी नागरिक साइबर ठगी का शिकार न बने।

(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला