
अनूपपुर, 2 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश के अनूपपुर जिला चिकित्सालय में विशेषज्ञ चिकित्सक तथा अन्य चिकित्साकों की कमी से यहां आने वाले मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिला चिकित्सालय होने के कारण जिले के प्राथमिक तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से मरीजों यहां रैफर किया जाता है। विशेषज्ञों के न होने से मरीजों को यहां से फिर शहडोल मेडिकल कॉलेज रैफर कर दिया जाता है। ऐसे में कई बार गंभीर मरीजों की रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। हाल ही में चिकित्सालय के नए भवन का निर्माण कार्य किया गया है लेकिन इलाज के लिए जरूरी चिकित्सकों की पदस्थापना अब तक नहीं हो पाई है। जिला चिकित्सालय की ओपीडी लगभग 3000 मरीजों की है। साथ ही 1200 के लगभग आईपीडी में मरीज भर्ती होते हैं। चिकित्सालय अनूपपुर में विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही सहयोगी स्टाफ की भी कमी है। वर्तमान में यहां नर्सिंग अधीक्षक, नर्सिंग ब्रदर, प्रशासकीय अधिकारी तथा सहायक प्रबंधक का पद रिक्त पड़ा हुआ है।
नहीं पहुंचते हैं चिकित्सक, होती है परेशानी
चिकित्सकों की कमी के कारण एक ही चिकित्सक को कई कार्य सौंपे जा रहे हैं, ऐसे में चिकित्सक भी परेशान हो रहे हैं। साथ ही मरीजों को भी वार्ड में कई घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में आए मरीज संजय कुमार ने बताया कि एक्सीडेंट होने के बाद यहां लाया गया था, लेकिन सिर्फ नर्सिंग स्टाफ ही देखने के लिए पहुंची चिकित्सा राउंड में नहीं आए। मरीज शंभू लाल यादव ने बताया कि हाथ टूटने के कारण 5 दिनों से भर्ती है। प्लास्टर चढ़ाने के बाद आज तक चिकित्सक देखने के लिए नहीं आए। चिकित्सकों की कमी को देखते हुए सिविल सर्जन को भी प्रतिदिन ओपीडी में मरीजों को देखना पड़ता है।
चिकित्सकों की स्थिति
मेडिकल विशेषज्ञ के 3 स्वीकृत पद में कार्यरत 1 रिक्त 1, सर्जिकल विशेषज्ञ के 4 पद स्वीकृत कार्यरत 1 रिक्त 3 पद, शिशु रोग विशेषज्ञ के 6 स्वीकृत पद में कार्यरत 1 रिक्त 5 पद, नेत्र रोग विशेषज्ञ 1 पद स्वीकृत कार्यरत 1, निश्चेतना विशेषज्ञ 4 स्वीकृत पद में कार्यरत 1 रिक्त 3, स्त्री रोग विशेषज्ञ 2 स्वीकृत पद में कार्यरत दोनो भरे हुए हैं। अस्थि रोग विशेषज्ञ 3 स्वीकृत पद में तीनो पद खाली हैं। पैथोलॉजी विशेषज्ञ, रेडियोलोजी विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ, क्षय रोग विशेषज्ञ एवं नाक कान गला रोग विशेषज्ञ के 1-1 पद स्वीकृत होने के बाद भी रिक्त हैं।
इस संबंध में जिला चिकित्सालय अनूपपुर के सिविल सर्जन डॉ. एसआर परस्ते का कहना है कि चिकित्सकों की कमी से परेशानी का सामना तो करना पड़ रहा है लेकिन किसी तरह कार्य कर रहे हैं। रिक्त पदों के लिए वरिष्ठ कार्यालय को पत्राचार किया गया है।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
