
अनूपपुर, 24 जून (Udaipur Kiran) । प्रसिद्ध पर्यटन स्थल अमरकंटक में जिले की कला संस्कृति और यहां निर्मित किया जा रहें उत्पादों के संरक्षण एवं ब्रांडिंग के लिए अमरकंटक मंदिर के समीप प्रदर्शनी हॉल का निर्माण कराया जाएगा। इसका उपयोग जिले में कला एवं अन्य कार्य में लगे हुए कारीगरों को दिया जाएगा जहां इन्हें एक प्लेटफार्म मिलेगा, जिससे वह अपने उत्पाद का विक्रय तो करेंगे ही इसके साथ ही अमरकंटक आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को इस प्रदर्शनी में अनूपपुर जिले की कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी।
अमरकंटक में स्थानीय कलाकारों के कला संरक्षण तथा इसकी बिक्री बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन ने यह योजना बनाई है। 50 लाख रुपए की लागत से प्रदर्शनी हॉल का निर्माण कराया जाएगा जिसका प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा गया है। जिला खनिज प्रतिष्ठान निधि से इसका निर्माण कराए जाने की योजना बनाई गई है। यह राशि विभाग के पास उपलब्ध है लेकिन राज्य शासन से इसकी अनुमति मांगी गई है।
कोदो, कुटकी के साथ ही गोंडी कला और बांस कला का होगा प्रदर्शन
प्रदर्शनी में अनूपपुर जिले के प्रमुख उत्पाद कोदो, कुटकी के साथ आदिवासी कला और संस्कृति की झलक देखने को मिलेगी। जिसमें आदिवासी काष्ठ कला, बांस कला, गुदुम वाद्य यंत्र, गोंडी पेंटिंग से संबंधित कलाकृतियों की प्रदर्शनी यहां लगाई जाएगी। जिसका मुय उद्देश्य अनूपपुर की कला संस्कृति से आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को अवगत कराना इसके साथ ही इन उत्पादों की बिक्री के लिए लोगों को प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराना है।
इस संबंध में सीईओ जिला पंचायत अनूपपुर तन्मय वशिष्ठ शर्मा ने मंगलवार को बताया कि प्रदर्शनी हाल के निर्माण से संबंधित प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा गया है। यह राशि उपलब्ध है सिर्फ इसकी अनुमति मिल जाने के बाद कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
(Udaipur Kiran) / राजेश शुक्ला
