

रामगढ़, 13 अगस्त (Udaipur Kiran) । राधा गोविंद विश्वविद्यालय में एंटी-रैगिंग सप्ताह का शुभारंभ बुधवार को किया गया।
कार्यक्रम के संयोजक डॉ प्रेम प्रकाश ने एंटी-रैगिंग के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए कहा कि रैगिंग न केवल एक दंडनीय अपराध है, बल्कि यह मानवता और आपसी सम्मान के मूल्यों के विरुद्ध है। विश्वविद्यालय में हम सभी छात्रों के लिए सुरक्षित, सम्मानजनक और मित्रवत वातावरण सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
मौके पर विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बीएन साह ने कहा कि रैगिंग जैसी कुप्रथा शिक्षा के पवित्र वातावरण को आहत करती है। हमारा लक्ष्य है कि राधा गोविंद विश्वविद्यालय देश में रैगिंग-मुक्त परिसर का उदाहरण बने। सचिव प्रियंका कुमारी ने सभी को छात्र-छात्राओं को आपसी भाईचारा, सहयोग और सम्मान की भावना को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
जागरूकता और संवेदनशीलता से रूकेगी रैगिंग : डॉ रश्मि
कुलपति प्रो डॉ रश्मि ने कहा कि शैक्षणिक संस्थानों की जिम्मेदारी केवल शिक्षा प्रदान करना नहीं, बल्कि एक सुरक्षित और प्रेरणादायक वातावरण देना भी है। रैगिंग पर रोक केवल नियमों से नहीं, बल्कि जागरूकता और संवेदनशीलता से संभव है। वहीं, कुलसचिव प्रो डॉ निर्मल कुमार मंडल ने कहा कि रैगिंग से छात्रों में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। कार्यक्रम के पहले दिन वाद-विवाद प्रतियोगिता और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। प्रतियोगिताओं का विषय ‘रैगिंग मुक्त परिसर, हमारी जिम्मेदारी’ रखा गया था।
मौके पर विश्वविद्यालय के वित्त और लेखा पदाधिकारी डॉ संजय कुमार, परीक्षा नियंत्रक प्रो डॉ अशोक कुमार , प्रबंध समिति सदस्य अजय कुमार, एंटी- रैगिंग सदस्य डॉ ममता, डॉ पूनम, डॉ रंजना पांडे, डॉ अरविंद, डॉ राकेश, अनूप कुमार सहित विश्वविद्यालय के सभी संकाय सदस्य और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
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(Udaipur Kiran) / अमितेश प्रकाश
