जम्मू, 12 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) ।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता रोहिन चंदन ने आज अपनी व्यापक तीन-आयामी नीति: डिटेक्ट, डिलीट और डिपोर्ट के माध्यम से अवैध घुसपैठ के महत्वपूर्ण मुद्दे को संबोधित करने के लिए मोदी सरकार की दृढ़ प्रतिबद्धता पर जोर दिया। एक प्रेस नोट जारी करते हुए चंदन ने रेखांकित किया कि घुसपैठ, जनसांख्यिकीय परिवर्तन और लोकतंत्र गहराई से जुड़ी हुई चुनौतियां हैं जो सीधे भारत की सीमा सुरक्षा, सांस्कृतिक विरासत, भाषाई विविधता और राष्ट्रीय पहचान को प्रभावित करती हैं।
उन्होंने नागरिकों विशेषकर युवाओं से देश की एकता और संप्रभुता की रक्षा के लिए इन मुद्दों पर सक्रिय रूप से जुड़ने का आग्रह किया। चंदन ने मोदी सरकार की 3डी घुसपैठ विरोधी नीति के बारे में विस्तार से बताया जो अवैध घुसपैठ से निपटने के लिए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण पर केंद्रित है। पहला स्तंभ, डिटेक्ट, में भारत की सीमाओं को पार करने का प्रयास करने वाले घुसपैठियों की पहचान करने के लिए उन्नत प्रौद्योगिकी, खुफिया जानकारी और सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वित प्रयासों का लाभ उठाना शामिल है। दूसरा स्तंभ, डिलीट, भारत की लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं पर अनुचित प्रभाव को रोकने के लिए पहचाने गए घुसपैठियों को मतदाता सूचियों और अन्य आधिकारिक रिकॉर्ड से हटाना सुनिश्चित करता है।
चंदन ने कहा कि अवैध घुसपैठ केवल एक सुरक्षा मुद्दा नहीं है यह हमारे सांस्कृतिक ताने-बाने, भाषाई विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए एक महत्वपूर्ण खतरा है। मोदी सरकार की 3डी नीति इस चुनौती से निपटने के लिए एक साहसिक और निर्णायक कदम है। घुसपैठियों का पता लगाकर हमारी लोकतांत्रिक प्रणालियों तक उनकी पहुंच को हटाकर और उनका निर्वासन सुनिश्चित करके हम भारत की पहचान और स्वतंत्रता के सार की रक्षा कर रहे हैं।
चंदन घुसपैठियों को शरणार्थियों से अलग करते हुए कहते हैं कि शरणार्थी धार्मिक सुरक्षा के लिए भारत भाग जाते हैं जबकि घुसपैठिए आर्थिक उद्देश्यों के लिए अवैध रूप से सीमा पार करते हैं। उन्होंने इसकी तुलना धर्मशाला से करते हुए कहा कि किसी को भी भारत में प्रवेश की इजाजत देने से देश की अखंडता कमजोर होगी।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
