
मुरैना, 28 सितंबर (Udaipur Kiran News) । मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में नाबालिग बेटी के प्रेम प्रसंग से नाराज पिता ने गोली मारकर उसे मौत के घाट उतार दिया था। इतना ही नहीं साक्ष्य छिपाने के लिए शव को क्वारी नदी में फेंक दिया था। घटना की जानकारी पुलिस को 4 दिन बाद मिली। पड़ोसी के संदेह जताने पर पुलिस ने पिता से पूछताछ की। सख्ती करने पर वह टूट गया और हत्या का जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने उसकी निशानदेही पर रविवार को क्वारी नदी से बेटी का शव बरामद कर लिया है। 8 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद शव मिला। आरोपित पिता पुलिस की हिरासत में है। रविवार सुबह एसडीआरएफ टीम ने शव सफेद चादर में लिपटा हुआ बरामद किया।
जानकारी के अनुसार घटना मुरैना के शिवनगर की है। आरोपी का नाम भरत उर्फ बंटू सिकरवार है। बेटी का नाम दिव्या था। 17 साल की दिव्या 12वीं की छात्रा थी। सिविल लाइन थाना टीआई दर्शन शुक्ला ने बताया कि भरत सिकरवार के एक पड़ोसी ने शनिवार को सिविल थाने में फोन किया। बताया कि भरत की बड़ी बेटी दिव्या दो दिन से गायब है। यह भी कहा कि गुरुवार को उसने भरत के घर से गोली चलने और किसी के चीखने की आवाज सुनी है। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और शिवनगर में उक्त पते पर पहुंची। पूछताछ के दौरान पुलिस को पता लगा कि भरत के घर में पांच सदस्य हैं। पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा। बड़ी बेटी दिव्या घर से गायब थी। उसके बारे में पूछने पर भरत ने गोलमोल जवाब दिया। पुलिस का शक गहरा गया। पुलिस शनिवार को ही भरत को थाने ले आई। उससे पूछताछ शुरू की। मामले की गंभीरता देख पुलिस ने सख्ती दिखाई तो प्रारंभिक पूछताछ में आरोपितों ने बताया, कि दिव्या ने खुद को गोली मार ली थी, उसका जलदाह अपने पैतृक गांव गलेथा, भगवान सिंह का पुरा में क्वारी नदी में किया गया है। पुलिस ने जब पूछा कि दिव्या ने किस बंदूक से गोली मारी तो स्वजन ने बताया, कि दिव्या का चाचा रवि सिकरवार फौज में है, उसकी रिवाल्वर से खुदकुशी की है। पुलिस ने वह रिवाल्वर मांगी, तो स्वजन ने रिवाल्वर को ग्वालियर में होना बता दिया।
पुलिस ने जब और सख्ती की तब आराेपित पिता ने कबूल किया कि दिव्या दूसरी जाति के लड़के से प्यार करती थी। उससे शादी पर अड़ी थी। समझाने पर भी नहीं मान रही थी। 23 सितंबर की रात करीब 9 बजे के करीब इसी बात पर पिता और बेटी में झगड़ा हुआ। गुस्से में आकर भरत ने दिव्या को गोली मार दी। फिर उसके शव को बोरे में भरा। तिरपाल से बांधकर गलेथा पंचायत में अपने पैतृक गांव भगवान सिंह का पुरा ले गया। यहां दिव्या के शव को पत्थर बांधकर क्वारी नदी में फेंक दिया। भरत के इस खुलासे के बाद पुलिस शनिवार को ही नदी किनारे उस जगह पहुंची, जहां उसने दिव्या का शव फेंका था। एसडीईआरएफ की मदद से पानी में तलाश शुरू की गई। अंधेरा होने तक शव नहीं मिला तो अभियान रोक दिया गया।
रविवार सुबह तलाशी अभियान फिर शुरू किया गया। सुबह करीब 10 बजे दिव्या का शव नदी में मिल गया।
एडिशनल एसपी सुरेंद्र पाल सिंह डावर ने कहा कि दिव्या का शव बरामद कर लिया गया है। उसे पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा। एसडीईआरएफ जवान अरविंद केन ने बताया कि शनिवार को रात होने से तलाशी अभियान रोका गया था। रविवार सुबह लोहे के कांटे फेंके गए। उनमें फंसकर शव बाहर आ गया। लगभग पांच दिन पानी में रहने के कारण शव बुरी तरह गल चुका है। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
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(Udaipur Kiran) / नेहा पांडे
