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जेओए की परीक्षा के दौरान बवाल, प्रवेश ना मिलने से नाराज अभ्यर्थियों ने की नारेबाजी

धर्मशाला, 22 जून (Udaipur Kiran) ।

हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग शिमला द्वारा रविवार को राज्य भर सहित जिला कांगड़ा के मुख्यालय धर्मशाला में आयोजित जेओए परीक्षा के दौरान यहां काफी बवाल हो गया। परीक्षा केंद्रों में निर्धारित समय के बाद पंहुचने वाले अभ्यर्थियों को प्रवेश नही दिया गया जिसके चलते उन्होंने परीक्षा केंद्रों के बाहर नारेबाजी की।

धर्मशाला में स्थापित छह केंद्रों में आठ परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। इनमें पीजी कॉलेज धर्मशाला में दो सेंटर, बीएड कॉलेज, गर्ल्स व बॉयज स्कूल धर्मशाला, आईटीआई दाड़ी व मॉडल स्कूल दाड़ी केंद्र बनाए गए थे। जिसमें 1810 उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड जारी किए गए थे, इसमें मात्र 662 ने ही परीक्षा दी है, जबकि 1148 अनुपस्थित पाए गए हैं। इस दौरान साढ़े 10 बजे से पहले-पहले परीक्षा केंद्र में न पहुंचने वाले दर्जनों उम्मीदवारों को प्रवेश नहीं मिल पाया है। इसके चलते परीक्षार्थियों को परीक्षा देने से वंचित रहना पड़ा है। जिस पर राज्य सहित धर्मशाला के अधिकतर सेंटरों में गेट के बाहर वंचित रहे उम्मीदवारों ने नारेबाजी भी की है। इतना ही नहीं उन्होंने सरकार व आयोग के प्रति रोष जताते हुए उचित मौका प्रदान किए जाने की बात रखी है। इसमें अहम है कि परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने का समय सुबह नौ से साढ़े 10 बजे तक रखा गया था। इसके लिए उम्मीदवारों के एडमिट कार्ड में भी इस संबंध में स्पष्ट हिदायत जारी कर दी गई थी। ऐसे में हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से जारी निर्देशों के तहत साढ़े 10 बजे के बाद 10 बजकर 31 मिनट से लेकर 11 बजे तक किसी भी उम्मीदवार को प्रवेश ही प्रदान नहीं किया गया। परीक्षा केंद्रों में पूरी तरह से ताला लगाकर परीक्षा की आगामी प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। जिसके कारण उम्मीदवारों में प्रवेश न दिए जाने को लेकर काफी आक्रोश देखने को मिला।

दर्जनों छात्रों ने बताया कि वह दूर-दराज के क्षेत्र से पहुंचे थे, ऐसे में धर्मशाला में अलग-अगल स्थानों में सेंटर बनाए गए थे, जिन्हें ढूंढने में मुश्किल हुई है। साथ ही बारिश भी सुबह के समय लगातार जारी रही, जिससे सेंटर पहुंचने में और अधिक दिक्कत हुई। उन्होंने बताया कि एक से पांच मिनट देरी में आने वालों को भी प्रवेश नहीं दिया गया है, ऐसे में परीक्षार्थियों से नौकरी का मौका छीना गया है। इसे लेकर प्रदेश सरकार, आयोग व राज्यपाल से उचित कदम उठाने की बात उठाई है।

उधर, इस बारे में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी एडीएम शिल्पी बेक्टा ने बताया कि आयोग के निर्देशों के तहत परीक्षा का संचालन करवाया गया है। उम्मीदवारों को उनके एडमिट कार्ड में सुबह नौ से साढ़े 10 बजे प्रवेश की हिदायत दी गई थी, इसके बाद उम्मीदवार को प्रवेश वर्जित रखा गया था। नियमों के तहत परीक्षाएं संचालित करवाई गई हैं।

(Udaipur Kiran) / सतिंदर धलारिया

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