
जयपुर, 5 सितंबर (Udaipur Kiran) । अनंत चतुर्दशी पर शनिवार को राजधानी जयपुर में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। शहरभर के पंडालों और घरों से झूमते-नाचते भक्त गणपति बप्पा को विदाई देने तालाबों तक पहुंचेंगे। गणपति बप्पा मोरया… अगले बरस तू जल्दी आ के गगनभेदी जयकारों से पूरा शहर गूंजेगा।
जलमहल झील, मावठा, सागर, चंदलाई बांध सहित कृत्रिम तालाबों में भी गणपति की प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। विसर्जन यात्राएं ढोल-नगाड़ों, गुलाल और आतिशबाजी के बीच आगे बढ़ेंगी। मराठी पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य करते श्रद्धालु भक्ति गीतों पर थिरकते हुए माहौल को और भक्तिमय बना देंगे। गणपति को मोदक और छप्पन भोग अर्पित कर भावुक विदाई दी जाएगी। शुक्रवार को पंडालों में पूजन-अर्चन के साथ विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हुईं। बनीपार्क के माधव सिंह सर्किल स्थित माधव विलास में विराजमान गणपति बप्पा की श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव से पुष्पांजलि अर्पित की। ओमप्रकाश मालवानी ने बताया कि सोसायटी के सभी लोगों ने शाम को सामूहिक आरती की। आरती से पूर्व गणपति की नजर उतार कर गणेश वंदना की गई। भक्तों ने ‘गजानन जी मेरे घर में पधारो…’ जैसे भजनों से गणेश जी को रिझाया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने भक्तिभाव से नृत्य किया। उषा मालपानी, रितु, बसंत, चेतन, शरद एवं अन्य ने पुष्पाजंलि की। यहां आयोजन में महाराष्ट्र की मराठा संस्कृति साकार हो रही है। मराठा टोपी से लोगों का स्वागत किया जा रहा है। शनिवार को कृत्रिम तालाब में गणपति बप्पा का जयकारों के साथ विर्सजन किया जाएगा। इससे पूर्व सुबह गायत्री हवन होगा। ओमप्रकाश मालपानी ने बताया कि गणपति का माधव विलास का राजा के रूप में पूजन किया जा रहा है। पूरी सोसायटी के लोग आरती में पधार रहे हैं। इको फ्रेंडली गणेश प्रतिमा और दरबार का सामान मुंबई से ही मंगवाया गया है।
कई गणपति पांडालों में वृंदावन से आए कलाकारों ने धार्मिक नाट्य मंचन किया। विभिन्न आवासीय सोसायटियों में विराजमान किए गए गणपति बप्पा का विशेष पूजन किया गया। भक्तों ने उत्साह, उल्लास और उमंग के साथ गणेश के भक्तिभाव से भजन गाए और पूजन किया।
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(Udaipur Kiran)
