
हरिद्वार, 27 जून (Udaipur Kiran) । काली सेना प्रमुख और शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने इटावा की हालिया घटना को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने सपा प्रमुख अखिलेश यादव और मौन साधे संत समाज पर प्रखर हमला बोला। स्वामीजी ने कहा कि जो कथा वाचकों के साथ हुआ वह निंदनीय है, लेकिन इसके बाद जिस तरह ब्राह्मण विरोधी उकसावे, गांवों में ब्राह्मणों के प्रवेश निषेध के बोर्ड और हिंसा के आह्वान किए गए, वह खतरनाक और धर्मविरोधी प्रवृत्ति को दर्शाता है।
स्वामी आनंद स्वरूप ने संतों की खामोशी पर भी चिंता जताई और कहा कि धर्म रक्षा का झंडा उठाने वाले संतों की चुप्पी दुर्भाग्यपूर्ण है। ब्राह्मणों ने जो किया, वह गलत किया, किन्तु जाति छिपाकर कथा करने जाना, अपना नाम गलत बताना क्या यह अपराध की श्रेणी में नहीं है। क्या कथा वाचकों के इस कृत्य से दूसरों की भावना आहत नहीं होती है।
स्वामी आनन्द स्वरूप महाराज ने कहा कि यदि कोई ब्राह्मण से ही कथा करवाएंगे तो इसमें गलत क्या है। भगवान श्रीकृष्ण ने भी कहा कि गुण व कर्म के आधार पर मैंने ही इस सृष्टि को चार वर्णों की रचना की है । यदि व्यक्ति अच्छे कर्म करता है तो उसे उच्च वर्ग में जन्म मिलता है।
उन्होंने कहा यदि संविधान की दृष्टि से धर्म को देखेंगे तो धर्म समाप्त हो जाएगा। धर्म को धर्म और धर्म को शास्त्र की दृष्टि से देखेंगे तो समस्या समाप्त हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि सभी एक हैं। कोई भी अछूत नहीं है। वोट बैंक की राजनीति के लिए युवाओं को भटकाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि राजनीति का यह क्रम जारी रहा तो अखिलेश यादव को भगवान भी माफ नहीं करेगा।
——
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
