
काठमांडू, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । नेपाल की अंतरिम प्रधानमंत्री सुशीला कार्की ने कहा है कि जनता की बात को गंभीरता से सुनना और उनकी भावनाओं का सम्मान करना ही लोकतंत्र की आत्मा है।
संविधान दिवस के अवर पर यहां के टुंडिखेल स्थित सेना मंडप में आयोजित विशेष कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री कार्की ने इस बात पर जोर दिया कि एक लोकतांत्रिक प्रणाली वह है जो अपने नागरिकों की सुनती है। उन्होंने कहा कि संविधान दिवस संघीय लोकतांत्रिक गणराज्य का मूल्यांकन करने का भी एक अवसर है। पिछली उपलब्धियों और कमियों को प्रतिबिंबित करते हुए प्रधानमंत्री ने आने वाले दिनों में सुधार के साथ आगे बढ़ने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
उन्होंने यह भी याद किया कि नेपाल का संविधान, जिसे आज ही के दिन 2015 को संविधान सभा द्वारा पारित और अधिनियमित किया गया था, नेपाली लोगों के बलिदानों, संघर्षों और आंदोलनों का परिणाम है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इसकी रक्षा और सफल कार्यान्वयन सभी नेपालियों की साझा जिम्मेदारी है।
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(Udaipur Kiran) / पंकज दास
