
रांची, 7 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केन्द्रीय उपाध्यक्ष विजय शंकर नायक ने उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश भूषण रामकृष्ण गवई पर जूता फेंक कर अपमान करने की घटना की निंदा की है।
उन्होंने मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि यह निंदनीय कार्य न केवल देश की न्यायपालिका पर प्रहार है, बल्कि संविधान की मर्यादा और लोकतांत्रिक मूल्यों का घोर अपमान है।
नायक ने कहा कि भारत के मुख्य न्यायाधीश देश के सर्वोच्च संवैधानिक संस्थान के प्रतीक हैं और उन पर इस तरह का हमला किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं हो सकता। उन्होंने इसे देश की एकता, समानता और सामाजिक न्याय की भावना के विरुद्ध बताया।
उन्होंने कहा कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के विचारों पर आधारित भारत की न्याय व्यवस्था समानता और न्याय के सिद्धांत पर टिकी है और ऐसे कृत्य समाज में विभाजनकारी मानसिकता फैलाने का प्रयास हैं।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
