West Bengal

दार्जिलिंग तबाही के बीच ममता बनर्जी पर भाजपा का तीखा हमला, अमित मालवीय बोले– मृत्यु और विनाश का कोई असर नहीं उन पर

अमित‌ मालवीय

कोलकाता, 06 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तर बंगाल में भारी बारिश और भूस्खलन से हुई तबाही के बीच राजनीति तेज हो गई है। भाजपा के आईटी सेल प्रमुख और पश्चिम बंगाल के केंद्रीय सह पर्यवेक्षक अमित मालवीय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि उनके लिए मौत और तबाही का कोई महत्व नहीं है।

मालवीय ने सोमवार को कोलकाता में आयोजित राज्य सरकार प्रायोजित दुर्गा पूजा कार्निवल का वीडियो साझा करते हुए आरोप लगाया कि जब डुआर्स से लेकर दार्जिलिंग तक तबाही मची थी और 28 लोगों की जान चली गई थी, तब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी टैक्स के पैसे से आयोजित इस कार्निवल में नाच रही थीं।

उन्होंने कहा, “यह याद रखा जाना चाहिए कि जब 28 लोग मरे और हजारों लोग मौत और विनाश का सामना कर रहे थे, तब मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कोलकाता में जश्न मना रही थीं। उनका राज्य शोक में डूबा था, और वे नृत्य कर रही थीं।”

हालांकि, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और दार्जिलिंग व जलपाईगुड़ी जिलों के प्रशासन द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सोमवार सुबह तक उत्तर बंगाल में मौत का आंकड़ा 23 था। राहतकर्मियों को आशंका है कि मलबे में फंसे लोगों की तलाश के दौरान यह संख्या और बढ़ सकती है।

मालवीय ने यह भी कहा कि यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री ने ऐसी असंवेदनशीलता दिखाई हो। उन्होंने याद दिलाया कि पिछले महीने कोलकाता और आसपास के इलाकों में बारिश के दौरान बिजली के तारों की चपेट में आने से 12 लोगों की मौत हो गई थी, तब भी ममता बनर्जी दुर्गा पूजा पंडालों के उद्घाटन में व्यस्त थीं।

भाजपा नेता ने कहा कि जब इस साल 12 लोग बिजली के करंट से मारे गए, तब भी मुख्यमंत्री बिना किसी संवेदना के पंडाल उद्घाटन करती रहीं, जैसे कुछ हुआ ही न हो। ममता बनर्जी के लिए मौत और विनाश का कोई मतलब नहीं है।

मालवीय ने अपने बयान में एक प्रसिद्ध बांग्ला कहावत उद्धृत की —‘कारो पौष मास, कारो सर्वनाश’ (किसी के लिए उत्सव, किसी के लिए विनाश) — और कहा कि यह कहावत मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कार्यशैली पर पूरी तरह फिट बैठती है।

भारी बारिश और भूस्खलन से तबाह उत्तर बंगाल में अब तक 23 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग प्रभावित हुए हैं। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी हैं।

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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