वाशिंगटन , 11 सितंबर (Udaipur Kiran) । अमेरिकी कंजरवेटिव कार्यकर्ता और टर्निंग पांइट यूएसए ( टीपीयूएसए ) के संस्थापक चार्ली किर्क की बुधवार को यूटा वैली विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गयी।
मात्र 31 साल के किर्क राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी सहयोगी और युवा कंजरवेटिव आंदोलन के प्रमुख चेहरे के तौर पर जाने जाते थे। घटना के बाद हमलावर की तलाश जारी है ।
वीडियो फुटेज के अनुसार किर्क को एक भवन की छत से गोली उस समय मारी गयी जब वे विश्वविद्यालय के एक कार्यक्रम द अमेरिकन कमबैक टूर में सैकड़ों छात्रों के साथ संवाद करते समय एक छात्र के सवाल का जवाब दे रहे थे। गोली किर्क के गले में लगी और दूसरी ओर निकल गई जिससे वह गिर पड़े।
सुरक्षाकर्मी उन्हें निजी वाहन में अस्पताल ले गये। कुछ घंटों बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रूथ सोशल मीडिया पर उनकी मृत्यु की पुष्टि की।
इस बीच अमेरिकी संघीय जांच एजेंसी एफबीआई ने इस मामले में दो संदिग्धों को हिरासत में लिया लेकिन सबूतों के अभाव में बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया।
सुरक्षा एजेंसियों ने इस बाबत व्यापक अभियान चलाया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने संदेश में किर्क की मौत को अमेरिका के लिये काला दिन बताते हुए इसके लिये कटटर वामपंथ को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा चार्ली सत्य और स्वतंत्रता के लिये शहीद हो गये।
राष्ट्रपति ट्रंप ने समूचे अमेरिका में झंडे आधे झुकाने का आदेश दिया है। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने इसे निंदनीय कृत्य करार दिया है। रिपब्लिकन नेता मार्जरी टेलर ग्रीन और फ्लोरिडा के गवर्नर रान डिसैंटिस ने हमलावर को मौत की सजा देने की मांग करते हुए घटना की कड़ी निंदा की है। डेमाक्रेट और रिपब्लिकन पार्टियों ने भी एक स्वर में इस राजनीतिक हत्या की कड़े शब्दों में निंदा की है।
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(Udaipur Kiran) / नवनी करवाल
