
न्यूयार्क, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । अमेरिका ने गाजा में तत्काल एवं बिना शर्त स्थायी संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव पर फिर वीटो का इस्तेमाल किया है। सुरक्षा परिषद के अन्य सभी 14 सदस्यों ने इजराइल से फिलिस्तीनियों के लिए मानवीय सहायता पहुंचाने पर लगे सभी प्रतिबंध हटाने का आग्रह किया और गाजा की स्थिति को अत्यंत गम्भीर बताया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 10 निर्वाचित सदस्यों ने यह प्रस्ताव पेश किया था। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 15 सदस्यों में 10 निर्वाचित और 5 स्थायी सदस्य हैं। इन 15 में से अमेरिका को छोड़कर सभी 14 सदस्यों ने प्रस्ताव का समर्थन किया। प्रस्ताव में गाजा में तत्काल, बिना शर्त स्थायी युद्धविराम की बात कही गयी थी। प्रस्ताव में हमास और अन्य समूहों द्वारा रखे गए सभी बंधकों की रिहाई और मानवीय सहायता पर प्रतिबंध हटाने का भी आह्वान किया गया था।
इजराइल और हमास के बीच लगभग दो वर्ष पहले संघर्ष शुरू होने के बाद से यह अमेरिका का छठा वीटो है। सात अक्तूबर 2023 को हमास और अन्य फिलिस्तीनी आंतकी गुटों द्वारा इजराइल पर हमले के बाद गाजा संघर्ष शुरू हुआ था। हमले में इजराइल के लगभग 1200 लोग मारे गए थे और 250 को बंधक बना लिया गया था। 48 बंधक अब भी हमास के कब्जे में हैं।
वीटो का अर्थ है किसी प्रस्ताव, कानून या निर्णय को रोकने या अस्वीकार करने का अधिकार। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सभी 5 स्थायी सदस्यों के पास वीटो का अधिकार है। कोई प्रस्ताव तभी पास होता है जब सभी उसपर सहमत होते हैं और कोई वीटो नहीं करता।
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(Udaipur Kiran) / नवनी करवाल
