

अंबिकापुर, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । छत्तीसगढ़ राज्य के 25वें स्थापना दिवस के रजत जयंती महोत्सव के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य जागरूकता के विविध कार्यक्रमों की श्रृंखला शुरू की है। इसी कड़ी में आज विश्व हेपेटाइटिस दिवस पर सरगुजा जिले के अंबिकापुर में शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नावापारा में वायरल हेपेटाइटिस नियंत्रण एवं टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में नागरिकों ने पहुंचकर जाँच कराई और निःशुल्क टीकाकरण का लाभ उठाया।
कार्यक्रम का शुभारंभ नगर निगम महापौर मंजूषा भगत, सभापति हरमिंदर सिंह, पार्षदगण और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी भी मौजूद थे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. पी.एस. मार्को ने बताया कि 10 से 17 अक्टूबर 2025 तक राज्यभर में रजत जयंती महोत्सव के तहत स्वास्थ्य जागरूकता सप्ताह आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान टी.बी. स्क्रीनिंग, हेपेटाइटिस नियंत्रण, मानसिक स्वास्थ्य, बालिका स्वास्थ्य, अंधत्व निवारण, गैर-संचारी रोग रोकथाम, टीकाकरण, अंगदान, ब्लड बैंक और नशा मुक्ति जैसी गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं।
महापौर मंजूषा भगत ने कहा कि यह विशेष शिविर आम जनता को “जाँच, इलाज और रोकथाम” के महत्व से अवगत कराएगा। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे नजदीकी आंगनबाड़ी सहायिका, मितानिन या एएनएम से संपर्क कर निःशुल्क टीकाकरण कराएं और अपने परिवार को सुरक्षित रखें।
सभापति हरमिंदर सिंह ने कहा कि हेपेटाइटिस बी और सी “खामोश हत्यारा” के रूप में शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं। उन्होंने आम जनता से आग्रह किया कि वे नियमित जाँच कराएं, टीकाकरण कराएं और स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें।
कार्यक्रम में डॉ. राजेश भजगावली ने बताया कि हेपेटाइटिस ए और बी के प्रभावी टीके उपलब्ध हैं, और सभी नवजात शिशुओं को जन्म के तुरंत बाद हेपेटाइटिस बी का टीका लगाया जाता है। उन्होंने हेपेटाइटिस सी के इलाज में नई एंटीवायरल दवाओं की सफलता का उल्लेख किया और बताया कि समय पर जाँच, सुरक्षित यौन संबंध, स्वच्छ पानी और भोजन, तथा जीवाणुरहित चिकित्सा उपकरण संक्रमण से बचाव में अत्यंत प्रभावी हैं।
शिविर में डॉ. शैलेन्द्र गुप्ता, डीपीएम डॉ. पुष्पेन्द्र राम, संस्था प्रभारी डॉ. शीला नेताम, सीपीएम डॉ. सीता तिग्गा, डॉ. वर्षा शर्मा, रूबी सोनी और धनेश प्रताप सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / पारस नाथ सिंह
