
जम्मू, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । भारी बारिश के बावजूद 1600 से अधिक तीर्थयात्री सोमवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित श्री अमरनाथ मंदिर की पवित्र गुफा के दोनों आधार शिविरों के लिए जम्मू से रवाना हुए।
3 जुलाई को घाटी से शुरू हुई 3,880 मीटर ऊँचे इस मंदिर की 38 दिवसीय तीर्थयात्रा में 3.77 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने भगवान शिव के बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन किए हैं।
अधिकारियों ने बताया कि सीआरपीएफ और पुलिस कर्मियों की सुरक्षा में, 1,635 तीर्थयात्रियों का 23वां जत्था जिसमें 1,303 पुरुष, 286 महिलाएं, चार बच्चे और 42 साधु-साध्वियां शामिल थीं, 59 वाहनों में यहां भगवती नगर आधार शिविर से सुबह कश्मीर स्थित दोनों आधार शिविरों के लिए रवाना हुआ।
उन्होंने बताया कि पहला काफिला 17 वाहनों में 374 तीर्थयात्रियों को लेकर गांदरबल जिले में 14 किलोमीटर लंबे छोटे लेकिन अधिक ढलान वाले बालटाल मार्ग के लिए रवाना हुआ जिसके बाद 62 वाहनों में 1,262 तीर्थयात्रियों का दूसरा काफिला अनंतनाग जिले में 48 किलोमीटर लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग से यात्रा कर रहा है।
बम बम भोले और हर हर महादेव का उत्साहपूर्वक जयकारा लगाते हुए तीर्थयात्री भारी बारिश के बावजूद बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए रवाना हुए।
इसके साथ ही 2 जुलाई को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा पहले जत्थे को हरी झंडी दिखाने के बाद से अब तक कुल 14,12,95 तीर्थयात्री जम्मू आधार शिविर से घाटी के लिए रवाना हो चुके हैं।
पिछले साल 5.10 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए थे जहाँ प्राकृतिक रूप से निर्मित बर्फ का शिवलिंग स्थित है। यह तीर्थयात्रा 9 अगस्त को रक्षा बंधन के त्योहार के साथ समाप्त होने वाली है।
(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह
