
काठमांडू, 25 सितंबर (Udaipur Kiran News) । नेपाल में हुए जेन जी आंदोलन का असर अब यहां के राजनीतिक दलों पर दिखने लगा है। नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एमाले) के सचिव योगेश भट्टराई ने जेन जी आंदोलन के लिए माफी मांगते हुए पार्टी अध्यक्ष केपी शर्मा ओली से पार्टी नेतृत्व छोड़ने की मांग की है।
योगेश भट्टराई ने गुरुवार को एक बयान में स्वीकार किया कि उनकी पार्टी और तत्कालीन प्रधानमंत्री ओली जेन जी आंदोलन के बाद बदली हुई जरूरतों और अपेक्षाओं को पूरा करने में विफल रहे हैं। बयान में उन्होंने विरोध प्रदर्शनों के दौरान अपनी जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी और तत्कालीन सरकार की कमी को स्वीकार किया।
भट्टराई ने कहा कि 8 सितंबर की घटना से सबक मिल चुका है कि आंदोलन शुरू होने के समय सब कुछ ठीक नहीं था। उन्होंने कहा कि इस सच्चाई को स्वीकार करना होगा कि हम बदली हुई जरूरतों और अपेक्षाओं को पूरा करने में असमर्थ थे और इसके लिए हम माफी मांगते हैं। उन्होंने जेन जी आंदोलन की न्यायिक जांच की आवश्यकता पर भी जोर दिया। साथ ही उन्होंने टिप्पणी की कि 9 सितंबर की हिंसक घटनाओं ने आंदोलन को धूमिल कर दिया था। भट्टराई ने कहा कि इन सब घटनाओं की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए ओली को पार्टी का नेतृत्व पद छोड़ देना चाहिए।
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(Udaipur Kiran) / पंकज दास
