
हमीरपुर, 27 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के कुरारा विकास खंड क्षेत्र के पारा गांव में मनरेगा योजना के तहत चक रोड निर्माण कार्य में धांधली के आरोप लगे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि ऑनलाइन जितने मजदूरों की मांग दर्ज हो रही है, उतने लोग मौके पर काम करते दिखाई नहीं देते। शनिवार को खंड विकास अधिकारी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच टीम का गठन कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार, 107 मजदूरों की ऑनलाइन डिमांड दर्ज की गई थी। लेकिन जब ग्रामीणों ने कार्यस्थल पर काम देखा तो वहां 100 मजदूरों के बराबर भी श्रमिक नहीं मिले। इससे यह आशंका जताई जा रही है कि मजदूरों की हाजिरी में गड़बड़ी कर मनरेगा में अनियमितता की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि ब्लॉक अधिकारियों ने अब तक मौके का स्थलीय निरीक्षण नहीं किया है। निरीक्षण न होने से जिम्मेदारों की मनमानी बढ़ गई है और योजना के तहत भ्रष्टाचार की शिकायतें आम होती जा रही हैं।
इस संबंध में खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) राजीव कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच टीम का गठन कर दिया गया है। टीम द्वारा रिपोर्ट मिलने के बाद संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। ग्रामीणों का कहना है कि यदि मनरेगा जैसी महत्वाकांक्षी योजना में पारदर्शिता नहीं रही तो गरीब मजदूरों को इसका लाभ नहीं मिल पाएगा। उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है।
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(Udaipur Kiran) / पंकज मिश्रा
