Uttar Pradesh

इलाहाबाद विश्वविद्यालय ने हिन्दी को बहुत कुछ दिया है : डॉ. अमृता

अतिथिगण

प्रयागराज, 07 जुलाई (Udaipur Kiran) । इलाहाबाद विश्वविद्यालय के राजभाषा अनुभाग द्वारा आयोजित पांच दिवसीय बेसिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में सोमवार को हिन्दी विभाग की सहायक आचार्य डॉ. अमृता ने हिन्दी का मानकीकरण विषय पर व्याख्यान देते हुए कहा कि हिन्दी को एक मानक भाषा बनाने में इलाहाबाद विश्वविद्यालय का एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है। डॉ. धीरेन्द्र वर्मा, उदय नारायण तिवारी, हरदेव बाहरी, रामसिंह तोमर जैसे विद्वानों ने हिन्दी भाषा की उत्पत्ति, उसके विकास एवं प्रसार के लिए सार्थक प्रयास किया था और उसके मानक स्वरुप को निर्धारित करने में अमूल्य योगदान दिया था।

डॉ. अमृता ने नागरी प्रचारिणी सभा, तकनीकी शब्दावली आयोग सहित विभिन्न संस्थाओं द्वारा किए गए कार्यों को भी रेखांकित किया। डॉ. अमृता ने हिन्दी की विभिन्न लिपियों की विशेषताएं बताईं और सूचना तकनीक के दौर में बदल रही हिन्दी मानक प्रयोगों के बारे में सोदाहरण बताया। उन्होंने यूनिकोड टाइपिंग तथा लेखन में वर्तनी की अशुद्धियों की ओर ध्यान आकृष्ट किया। डॉ. अमृता ने सुझाया कि शहर के पेंटर के लिए भी विश्वविद्यालय में एक कार्यशाला आयोजित की जाय और उन्हें बोर्ड आदि पर शुद्ध हिन्दी लिखने के लिए प्रेरित तथा प्रशिक्षित किया जाय ।

–हिन्दी को लेकर तनिक भी ग्लानि नहीं : अजय सिंह दूसरे सत्र में इलाहाबाद विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव लेखा अजय सिंह ने लेखा प्रबंधन और हिन्दी विषय पर कहा कि पढ़ने के साथ-साथ लगातार कार्य करने से हिन्दी में दक्षता आती है। हमें हिन्दी को लेकर तनिक भी ग्लानि नहीं होनी चाहिए। हिन्दी भारत को जोड़ने वाली भाषा है। इसका प्रयोग बेझिझक और स्वाभिमान के साथ करना चाहिए। भाषा अभिव्यक्ति का विषय है। अभिव्यक्ति की दृष्टि से हिन्दी एक सशक्त एवं सुन्दर भाषा है। उन्होंने लेखा कार्यालय सम्बन्धी टिप्पणियों, पत्रों, अंकेक्षणों, निविदाओं और आय-व्यय सम्बन्धी संचिकाओं में हिन्दी प्रयोग और बारीकियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

इसके पूर्व सोमवार के दोनों सत्रों में राजभाषा कार्यान्वयन समिति के संयोजक प्रो. कुमार वीरेंद्र ने विषय विशेषज्ञों का स्वागत किया और नए दौर की हिन्दी के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर हिन्दी अधिकारी प्रवीण श्रीवास्तव एवं अनुवादक हरिओम कुमार तथा अन्य प्रतिभागी उपस्थित थे। धन्यवाद ज्ञापन निधि चौधरी और रितेश वर्मा ने किया।

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(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र

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