
नई दिल्ली, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । आयुर्वेद दिवस 2025 के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (एआईए आई ए) ने बुधवार को बाइक रैली का आयोजन किया। इस वर्ष का विषय जन-जन के लिए आयुर्वेद, धरती के लिए आयुर्वेद था, जिसके माध्यम से स्वास्थ्य संवर्धन और पर्यावरणीय संतुलन में आयुर्वेद की भूमिका को रेखांकित किया गया।
रैली का शुभारंभ एआईए आई ए के निदेशक प्रो. (डॉ.) प्रदीप कुमार प्रजापति ने हरी झंडी दिखाकर किया। इस अवसर पूर्व निदेशक (प्रभारी) प्रो. (डॉ.) मंजुषा राजगोपाल, विभिन्न विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, स्नातकोत्तर एवं पीएचडी शोधार्थी तथा संस्थान के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर निदेशक प्रो. (डॉ.) प्रदीप कुमार प्रजापति ने कहा कि यह रैली आयुर्वेद के शाश्वत संदेश ‘संतुलन’ को दर्शाती है न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए, बल्कि प्रकृति के साथ सामंजस्य के लिए भी। ऐसे आयोजनों के माध्यम से हम युवाओं और नागरिकों को आयुर्वेद को जीवनशैली के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करना चाहते हैं।
प्रतिभागियों ने एआईए आईए से आयुष मंत्रालय तक बाइक रैली निकाली और हाथों में आयुर्वेद दिवस का लोगो तथा विषय दर्शाते हुए झंडे लेकर यात्रा की। यह रैली निवारक स्वास्थ्य सेवा और पर्यावरण संरक्षण के प्रति सामूहिक प्रतिबद्धता का प्रतीक बनी।
यह रैली आगामी 23 सितम्बर को मनाए जाने वाले राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के लिए एक प्रभावी भूमिका सिद्ध हुई। हाल ही में भारत सरकार द्वारा यह तिथि प्रतिवर्ष आयुर्वेद दिवस के रूप में निश्चित की गई है ताकि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसे समान रूप से मनाया जा सके। यह तिथि शरद संपात के दिन आती है, जो प्रकृति के संतुलन का प्रतीक है और आयुर्वेद के मूल दर्शन को प्रतिबिंबित करती है।
आयुष मंत्रालय और एआईए आई ए निरंतर जागरूकता कार्यक्रमों, प्रशिक्षण पहलों और सहयोगात्मक गतिविधियों के माध्यम से आयुर्वेद को मुख्यधारा स्वास्थ्य प्रणाली और सतत जीवन शैली से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है।
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(Udaipur Kiran) / विजयालक्ष्मी
