
मीरजापुर, 23 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । शारदीय नवरात्र के दूसरे दिन मंगलवार को जगत कल्याणी मां विंध्यवासिनी के दरबार में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह भोर में दिव्य मंगला आरती और भव्य श्रृंगार पूजन के बाद मां के ब्रह्मचारिणी स्वरूप का दर्शन कर भक्त निहाल हो उठे। मंदिर परिसर घंटा-घड़ियाल, शंख और नगाड़ों की गूंज के बीच “जय मां विंध्यवासिनी” के जयघोष से गुंजायमान रहा।
देश के कोने-कोने से पहुंचे श्रद्धालु गंगा स्नान कर घंटों कतार में खड़े होकर धाम पहुंचे। मां की एक झलक पाने को भक्त बेताब दिखे। मंदिर में दिनभर दर्शन पूजन का सिलसिला चलता रहा। हालांकि दोपहर के समय भक्तों की संख्या कुछ कम रही। लेकिन आस्था का उत्साह चरम पर बना रहा।
अष्टभुजा पहाड़ पर दूरदराज से आए साधु-संतों और साधकों ने मंत्रोच्चार के बीच पूजन अनुष्ठान किया। त्रिकोण परिक्रमा पथ पर विराजमान महाकाली और मां अष्टभुजी के दरबार में भी दर्शनार्थियों की भीड़ लगी रही। गुड़हल, कमल और गुलाब के पुष्पों से मां का भव्य श्रृंगार श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर गया।
मेला क्षेत्र में भक्तों की मूलभूत सुविधाओं के लिए प्रशासन ने पुख्ता इंतजाम किए। गंगा घाटों पर स्नान-ध्यान करने वालों की लम्बी कतारें लगी रहीं। दर्शन-पूजन के बाद श्रद्धालु देवी धाम क्षेत्र की गलियों में भ्रमण करते हुए सजी दुकानों से पूजन सामग्री और प्रसाद की खरीदारी करते नजर आए।
श्रद्धालुओं की सेवा में श्री विंध्य पंडा समाज के पदाधिकारी सक्रिय रहे, वहीं प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा और सुविधा की व्यवस्थाएं बेहतर दिखीं।
(Udaipur Kiran) / गिरजा शंकर मिश्रा
