
लखनऊ, 17 अगस्त (Udaipur Kiran) । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि चुनाव आयोग को सुधार ही नहीं, आमूलचूल परिवर्तन की अपरिहार्यता है।
सपा अध्यक्ष ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर चुनाव आयोग पर निशाना साधा। अखिलेश ने कहा कि आज लोकतंत्र को बचाने का ऐतिहासिक दायित्व उनके कंधों पर है। माना उनके ऊपर कई प्रकार के अवांछित दबाव काम कर रहे हैं लेकिन वो ये न समझें कि वो अकेले हैं।
अखिलेश ने कहा कि जब चुनाव आयोग सही रास्ते पर चल निकलेगा तो करोड़ों भारतवासियों का साथ उनका रक्षा कवच बन जाएगा। सत्य के मार्ग पर चलनेवालों के साथ जनता और जनविश्वास स्वयं चलने लगता है। चुनाव आयोग का एक सही और साहसिक क़दम देश की अनंत पीढ़ियों का भविष्य और कल्याण सुनिश्चित कर सकता है। सबको अंतरात्मा की आवाज़ सुननी चाहिए।
अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने वोट की डकैती के 18 हजार शपथ पत्र इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया (ईसीआई) को दिए, लेकिन कार्रवाई जीरो है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि चिट्ठा लम्बा होता जा रहा है जिनकी करतूतों, कारनामों का जवाब भी नहीं आया और न अब तक हमारे हलफनामों का।
उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट में घपला करने वाला बड़े-से-बड़ा अधिकारी और बूथ स्तर तक का चुनावकर्मी देख ले कि उसकी बेईमानी पकड़े जाने पर उसके ख़िलाफ़ इसी प्रकार FIR भी होगी और निलंबन व दंडात्मक कार्रवाई भी। वो अपने विभाग, परिवार और समाज में देश के साथ दगा करने का दोषी घोषित होगा, साथ ही सज़ा पाकर एक अपमानजनक जीवन जीने पर मजबूर भी होगा।
जिनके कहने पर चुनावी धांधली हो रही है, वो भाजपाई लोग मतलब निकल जाने के बाद ऐसे संलिप्त लोगों को पहचानेंगे तक नहीं, बचाने की बात तो बहुत दूर की है। जब भाजपा अपने दल के उच्चस्थ पदों पर बैठे अपने लोगों के ख़िलाफ़ ही शतरंजी चालें चलती रहती है तो औरों का क्या। चुनाव
कर्मी भाजपाइयों के गुनाह में शामिल होकर या उनके साथ मिलीभगत करके कोई भी अपराध करने से पहले याद रखें ‘भाजपा किसी की सगी नहीं है’।
(Udaipur Kiran) / मोहित वर्मा
