
लखनऊ, 13 सितंबर (Udaipur Kiran) । देश में सत्ता परिवर्तन लोकतांत्रिक व्यवस्था में वोट के जरिए ही संभव है। गैरबराबरी, महंगाई, भ्रष्टाचार से सभी त्रस्त है। आरक्षण को समाप्त करने की साजिशें हो रही है। समाजवादी पार्टी बाबा साहब डॉ. भीमराव अम्बेडकर, डॉ. राममनोहर लोहिया और नेताजी मुलायम सिंह यादव के संघर्ष के रास्ते पर चलती है। वह धर्मनिरपेक्षता, समाजवाद और संविधान की मूल स्थापनाओं के साथ प्रतिबद्ध है। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यह बातें शनिवार को राजधानी लखनऊ के प्रदेश मुख्यालय में विभिन्न जिलों से आये नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि जनता बदलाव के लिए व्याकुल है और इंतजार के मूड में नहीं है। 2027 के विधानसभा चुनावों में समाजवादी पार्टी की सरकार बनना सुनिश्चित है। भाजपा को वोट के लोकतांत्रिक अधिकार के जरिए ही शांतिपूर्ण अहिंसक तरीके से अब सत्ता से उखाड़ फेंकने का समय आ गया है। भाजपा हटेगी तभी सामाजिक, आर्थिक, गैरबराबरी मिटेगी और लोगों में खुशहाली आएगी। भाजपा की हार के बाद सामाजिक न्याय का राज कायम होगा। पीडीए जीतेगा और जातीय जनगणना से समानुपातिक आधार पर सबको हक और सम्मान मिलेगा।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार में अन्याय, अत्याचार चरम पर है। किसी को न्याय नहीं मिल रहा है। हर वर्ग परेशान और त्रस्त है। पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) के साथ लगातार अपमान और उपेक्षा हो रही है। पीडीए एकजुट हो रहा है। पीडीए सामाजिक-राजनीतिक विकल्प है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को कमजोर कर रही है। धर्मनिरपेक्षता और समाजवाद संविधान की प्रस्तावना में है भाजपा इन्हीं पर हमले कर रही है। गरीबी-अमीरी के बीच खाई गहरी हो गई है जिसके कारण लोगों में भाजपा सरकार से नाराजगी है। भाजपा सरकार में विकास कार्य ठप है। उसका न कोई स्पष्ट विजन है और नहीं कार्य दिशा है। डबल इंजन सरकार के इंजन सिकयार्ड में ही खड़े है। जनहित के कामों से भाजपा का विरोध है। विकास विरोधी-जनविरोधी भ्रष्ट भाजपा को सत्ता से खारिज करने के लिए जनता संकल्पित है।
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(Udaipur Kiran) / मोहित वर्मा
