जम्मू, 17 जुलाई (Udaipur Kiran) । ऑल जम्मू एंड कश्मीर यूथ फेडरेशन ने (एजेकेवाईएफ) जम्मू के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) में ड्यूटी पर तैनात एक महिला डॉक्टर पर हुए निंदनीय हमले की कड़ी निंदा की है। एक मरीज के परिचारक द्वारा की गई हिंसा का यह कायरतापूर्ण कृत्य न केवल एक व्यक्ति पर बल्कि पूरे चिकित्सा समुदाय पर हमला है जो हमारे समाज की अथक सेवा करता है।
फेडरेशन कड़े शब्दों में इसकी निंदा करता है और पीड़ित डॉक्टर और उनके सहयोगियों के साथ पूरी एकजुटता से खड़ा है जो अत्यधिक दबाव में काम करते हैं। यह गंभीर चिंता और घोर निराशा का विषय है कि दोषियों के खिलाफ औपचारिक रूप से प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज होने के बाद भी पुलिस द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है जो दण्ड से मुक्ति का एक खतरनाक संदेश भेजता है और हमारे स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा और नैतिकता को कमजोर करता है।
फेडरेशन द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में राज्य संयोजक, एजेकेवाईएफ, अधिवक्ता अर्जुन शर्मा ने कहा कि यह एक शर्मनाक घटना है। हमारे डॉक्टर विशेष रूप से महिलाएं हमारी अग्रणी नायक हैं। वे हमारे सम्मान और सुरक्षा के पात्र हैं न कि हिंसा के। एफआईआर के बावजूद आरोपियों को गिरफ्तार करने में प्रशासन और पुलिस की चौंकाने वाली निष्क्रियता अस्वीकार्य है।
यह सुस्ती केवल ऐसे असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देती है और हमारे प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों में भय का माहौल पैदा करती है। एजेकेवाईएफ जम्मू-कश्मीर से हमले के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों की तत्काल गिरफ्तारी और सख्त कानूनी कार्यवाही शुरू करने की मांग करता है।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
