
रांची, 8 जुलाई (Udaipur Kiran) । झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ के अध्यक्ष अजय राय ने राज्य की एकमात्र सक्रिय जल विद्युत परियोजना सिकिदिरी जल विद्युत परियोजना की उपेक्षा को लेकर गहरी नाराजगी जताई है। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर इस मामले में त्वरित हस्तक्षेप और उच्चस्तरीय स्वतंत्र जांच की मांग की है।
अजय राय ने बताया कि सिकिदिरी परियोजना की 130 मेगावाट की उत्पादन क्षमता होते हुए भी भारी वर्षा और जल उपलब्धता के बावजूद यह संयंत्र लंबे समय से निष्क्रिय पड़ा है। इससे राज्य को हर दिन कई करोड़ रुपये की आर्थिक क्षति हो रही है।
उन्होंने आरोप लगाया कि परियोजना की निष्क्रियता प्रशासनिक लापरवाही, लालफीताशाही और भ्रष्टाचार का परिणाम है। राय ने बताया कि जहां इस संयंत्र से प्रति यूनिट बिजली उत्पादन की लागत एक से भी कम है, वहीं राज्य सरकार पांच से सात प्रति यूनिट दर पर बाहरी स्रोतों से बिजली खरीदने को मजबूर है।
संघ ने मांग की है कि दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए और संयंत्र को अविलंब चालू कर राज्य को सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराई जाए। राय ने कहा कि यदि सरकार इच्छाशक्ति दिखाए, तो सिकिदिरी परियोजना झारखंड की ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकती है।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
