इटानगर, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । अरूणाचल प्रदेश के सभी समुदाय-आधारित आदिवासी संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाली सर्वोच्च संस्था, अरुणाचल स्वदेशी जनजाति मंच (एआईटीएफ) ने इटानगर और रोइंग में हाल ही में मिसिंग समुदाय के दो व्यक्तियों की हत्याओं की कड़ी निंदा की है।
मंगलवार को जारी एक बयान में, एआईटीएफ के अध्यक्ष बेंगिया टोलुम ने 18 जून को इटानगर के चिम्पू में कथित तौर पर ताई जॉन नामक व्यक्ति द्वारा तलवार से प्रबाश दौले की बर्बर हत्या और रोइंग में तादर भाई नामक व्यक्ति द्वारा शंकर पेगु की गोली मारकर हत्या की निंदा की।
मंच ने शोक संतप्त परिवारों के साथ एकजुटता व्यक्त की और संवेदना व्यक्त की। इन घटनाओं को अरुणाचल प्रदेश और असम के लोगों के बीच बढ़ती सौहार्द की भावना के लिए एक दुखद बात बताया गया।
अरुणाचल प्रदेश पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना करते हुए, मंच ने आग्रह किया कि आरोप-पत्र शीघ्र दायर किए जाएं और दोनों मामलों में उचित धाराओं के तहत मुकदमा चलाया जाए।
मंच ने दोनों राज्य सरकारों द्वारा, विशेष रूप से अंतरराज्यीय सीमा पर, तनाव बढ़ने से रोकने के लिए समय पर हस्तक्षेप करने की भी सराहना की।
एआईटीएफ ने मिसिंग समुदाय के सभी संगठनों द्वारा अपनी अनिश्चितकालीन आन्दोलन को वापस लेने पर आभार व्यक्त किया।
मंच ने कहा कि इस कदम से यह सुनिश्चित हुआ कि दोनों पक्षों के निर्दोष लोगों को परेशान न किया जाए।
बयान में कहा गया, अपराधियों का कोई धर्म, जाति या क्षेत्र नहीं होता। उनकी एकमात्र पहचान आपराधिक पहचान ही होती है। बयान में सभी वर्गों से भाईचारे की भावना बनाए रखने और विभाजनकारी भाषा से बचने का आग्रह किया गया।
किसी भी शांति वार्ता के लिए समर्थन का आश्वासन देते हुए, मंच ने सद्भाव बनाए रखने और सभी स्तरों पर नेतृत्व के साथ संवाद को सुगम बनाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
(Udaipur Kiran) / तागू निन्गी
