West Bengal

कोलकाता में पटाखा नियमों के उल्लंघन से वायु गुणवत्ता ‘खराब श्रेणी’ में दर्ज

कोलकाता, 22 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में पटाखों के नियमों की खुलेआम उल्लंघन करने से दीपावली के बाद बुधवार को ध्वनि और वायु प्रदूषण का स्तर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया।

जानकारी के अनुसार, शहर के साइलेंस जोन में ध्वनि की अधिकतम सीमा 40 डेसिबल और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में 45 डेसिबल तय है लेकिन मंगलवार की रात यह सीमा कई इलाकों में 58 से 75 डेसिबल तक दर्ज की गई। यानी नियमों का बड़े पैमाने पर उल्लंघन हुआ।

वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार रात 11 बजे मैदान क्षेत्र स्थित विक्टोरिया मेमोरियल पर एक्यूआई स्तर 259 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत अस्वस्थ’ श्रेणी में आता है।

दक्षिण कोलकाता के जादवपुर में एक्यूआई स्तर 204 और बालीगंज में 169 तक पहुंच गया। विशेषज्ञों के मुताबिक, विक्टोरिया और जादवपुर क्षेत्र का एक्यूआई ‘बैंगनी’ या ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा, जहां हर उम्र के लोगों के लिए स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ सकता है। वहीं बालीगंज का स्तर ‘लाल’ यानी ‘खराब’ श्रेणी में रहा, जो खासकर संवेदनशील समूहों के लिए खतरनाक माना जाता है।

पर्यावरणविदों का कहना है कि पश्चिम बंगाल में पटाखों पर कई नियम और दंड प्रावधान होने के बावजूद जमीनी स्तर पर उनका पालन बेहद कमजोर है। उनका मानना है कि वास्तविक कार्रवाई त्योहारों से पहले अवैध पटाखा निर्माताओं के खिलाफ होनी चाहिए थी।

विशेषज्ञों ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई आमतौर पर त्योहारों के दौरान अवैध पटाखे जब्त करने तक ही सीमित रहती है, जबकि जरूरत है कि ऐसे अवैध निर्माण केंद्रों पर समय रहते छापेमारी कर समस्या की जड़ को खत्म किया जाए।————-

(Udaipur Kiran) / ओम पराशर

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