HimachalPradesh

कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक प्रो. अखिलेश शर्मा प्रतिष्ठित नास फेलोशिप से सम्मानित

प्रो. अखिलेश शर्मा।

धर्मशाला, 17 नवंबर (Udaipur Kiran) ।

चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के सब्जी एवं पुष्प विज्ञान विभाग के प्रो. अखिलेश शर्मा को राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी की प्रतिष्ठित फेलोशिप (एनएएएस फेलो 2026) से सम्मानित किया गया है, जो भारतीय कृषि विज्ञान में सर्वोच्च सम्मानों में से एक है। इस अवसर पर कुलपति डॉ. अशोक कुमार पांडा ने विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय सम्मान दिलाने के लिए डॉ. शर्मा को बधाई दी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय कृषि विज्ञान अकादमी की फेलोशिप एक उत्कृष्ट वैज्ञानिक उपलब्धि है। डॉ. शर्मा के उल्लेखनीय योगदान, वैज्ञानिक दृढ़ता और किसान-केंद्रित अनुसंधान के प्रति प्रतिबद्धता को विश्वविद्यालय के लिए अत्यंत गौरव की बात बताया गया। उन्होंने आगे कहा गया कि उनका कार्य युवा शोधकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है और कृषि नवाचार के एक अग्रणी केंद्र के रूप में विश्वविद्यालय की स्थिति को मजबूत करता है।

कांगड़ा जिले के रैत गांव में जन्मे डॉ. शर्मा एक साधारण परिवार से निकलकर देश के अग्रणी सब्जी विज्ञान शोधकर्ताओं में से एक बन गए हैं। उन्होंने 1990 में बीएससी (कृषि), 1992 में एमएससी और 1995 में पीएचडी की उपाधि इसी विश्वविद्यालय से प्राप्त की और वर्तमान में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। डॉ. शर्मा का वैज्ञानिक योगदान असाधारण है। उनकी बहुप्रशंसित मटर की किस्म ‘हिम पालम मटर-1’ का 11 कंपनियों के साथ लाइसेंसिंग समझौतों के माध्यम से व्यावसायीकरण किया गया है, जो सार्वजनिक क्षेत्र के किस्म विकास में एक बड़ी सफलता की कहानी है।

डॉ. शर्मा ने 60 करोड़ की 16 बाह्य वित्त पोषित परियोजनाओं का नेतृत्व किया है। 160 शोध पत्र प्रकाशित किए हैं, और 23 एमएससी और 11 पीएचडी छात्रों का मार्गदर्शन किया है, जिनमें से कई ने प्रतिष्ठित एआरएस, जेआरएफ, एसआरएफ, इंस्पायर और अन्य फेलोशिप प्राप्त की हैं।

उनके पुरस्कारों में आई.पी.ए. गोल्ड मेडल (2007), बेस्ट सेशन पेपर अवार्ड (बैंकॉक, 2014), कई बेस्ट पोस्टर अवार्ड, अचीवर अवार्ड (साधना, 2019), इनोवेटिव रिसर्च एंड एक्सीलेंट एकेडमिशियन अवार्ड (2022), एनएएचईपी फेलोशिप (विस्कॉन्सिन-मैडिसन विश्वविद्यालय, 2022), और इंडियन अचीवर अवार्ड 2025 शामिल हैं । उन्होंने काउंसलर, इंडियन सोसाइटी ऑफ वेजिटेबल साइंस, एडिटोरियल बोर्ड मेंबर, इंडियन जर्नल ऑफ हॉर्टिकल्चर (2019-22), संयोजक, एआईसीई प्रोग्राम, एनटीए (2021-25), और संपादक, हिमाचल जर्नल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च (2024-वर्तमान) जैसी नेतृत्वकारी भूमिकाओं में भी काम किया है।

(Udaipur Kiran) / सतेंद्र धलारिया