
आगरमालवा, 10 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । ग्रामीण भारत की
विविधता और विकास की जमीनी वास्तविकताओं को समझने के उद्देश्य से भारतीय प्रबंधन संस्थान
(आईआईएम) इंदौर के प्रथम वर्ष के एमबीए छात्रों ने आगरमालवा जिले के चाचाखेड़ी, लाड़वन,
सेमली, गुदरावन और पचलाना ग्रामों में पांच दिवसीय प्रवास किया। छात्रों ने 6 से
10 अक्टूबर तक रहकर ग्रामीण विकास से जुड़ी योजनाओं का गहन अध्ययन किया। भ्रमण के पूर्व
जिला पंचायत सभागार में उन्मुखीकरण बैठक आयोजित की गई, जिसमें जिला पंचायत के जितेन्द्रसिंह
सेंगर तथाआजीविका मिशन के जिला परियोजना प्रबंधक
संजय सक्सेना ने छात्रों को विभिन्न सरकारी योजनाओं और आजीविका मिशन की कार्यप्रणाली
से अवगत कराया।
कार्यक्रम के समापन अवसर पर छात्रों ने आजीविका मिशन और अन्य ग्रामीण
विकास योजनाओं पर अपना प्रस्तुतिकरण दिया। इसमें विशेष रूप से महिलाओं में आए सामाजिक
और आर्थिक बदलावों को रेखांकित किया गया। छात्रों ने अपने अनुभवों के आधार पर विभिन्न
सुझाव भी प्रस्तुत किए। उल्लेखनीय है कि ग्रामीण भारत के सामाजिक-आर्थिक परिदृश्य से
छात्रों को जोड़ने और उनमें संवेदनशीलता विकसित करने के उद्देश्य से आईआईएम इंदौर द्वारा
वर्ष 2009 से “रूरल इंगेजमेंट प्रोग्राम” चलाया जा रहा है। इस पहल के अंतर्गत प्रत्येक
वर्ष प्रथम वर्ष के एमबीए छात्रों को ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर विकास योजनाओं का
अध्ययन करना अनिवार्य है। यह कार्यक्रम न केवल छात्रों के व्यावहारिक अनुभव को समृद्ध
करता है, बल्कि उन्हें जमीनी स्तर पर योजनाओं की प्रभावशीलता और ग्रामीण समाज की वास्तविकताओं
को समझने का अवसर भी प्रदान करता है। (Udaipur Kiran) /रीतेश शर्मा
(Udaipur Kiran) / रितेश शर्मा
