Bihar

जेन जी आंदोलन के बाद बंद रहे आयात निर्यात भंसार कार्यालय से हुआ शुरू,जनकपुरधाम को छोड़ सभी भंसार से हुआ शुरू

अररिया फोटो: आईसीपी के आवास मालवाहक वाहन

अररिया, 16 सितम्बर (Udaipur Kiran) ।

नेपाल में जेन जी आंदोलन के कारण प्रभावित हुए व्यापार फिर से लय में वापस हो रहा है। आंदोलन के क्रम में सरकारी कार्यालयों में तोड़फोड़ और आगजनी के कारण भारत से जुड़े नेपाल के संपूर्ण वैदेशिक व्यापार नाका ठप्प हो गया था। लेकिन सुशीला कार्की के नेतृत्व में नए सरकार के गठन के बाद अब भारत से जुड़े नेपाल के आठ व्यापारिक नाका में कामकाज शुरू हो गया है। अधिकांश नाका से आयात निर्यात के सामग्री भंसार कार्यालय से पास किए जाने लगे हैं।

जेन जी आंदोलन के कारण मंगलवार से ठप्प विराटनगर से पूर्ण रूप से आयात निर्यात का कार्य शुरू किया गया। विराटनगर भंसार प्रमुख उमेश श्रेष्ठ के अनुसार शुक्रवार से अत्यावश्यक वस्तु जैसे पेट्रोलियम पदार्थ, खाना पकाने वाले गैस, कृषि उपज सामग्री को प्राथमिकता के साथ निकासी की जा रही है।इनके अनुसार शनिवार को एक सौ से ज्यादा मालवाहक सवारी साधनों को जांचोपरांत प्रवेश दिया गया।रविवार और सोमवार को भी दैनिक डेढ सौ के आस पास मालवाहक सवारी को जांचोपरांत नेपाल में प्रवेश दिया गया है।

जेन जी आंदोलन के कारण ठप्प हुए पूर्वी नाका से होने वाले आयत निर्यात भी सुचारू हो चुका है। आंदोलन के दौरान भंसार कार्यालय का संपूर्ण सामग्री जल कर पूर्ण नष्ट हो चुका था जिसके बाद सभी प्रकार के आयात निर्यात ठप्प हो चुका था। लेकिन मंगलवार से इस भंसार बिंदु से भी सभी प्रकार के आयात निर्यात सुचारू होने की जानकारी मेची भंसार कार्यालय कांकड़भिट्टा के सूचना अधिकारी ईश्वर कुमार हुमागाईं ने दी है। इनके अनुसार तत्काल बैठक कक्ष को कार्य स्थान बनाकर जांच पास का कार्य सुचारू किया गया है। जिसके बाद सोमवार से भारत के तरफ से मालवाहक वाहनों को नेपाल प्रवेश कराया जा रहा है। झापा के ही दूसरे नाका भद्रपुर को भी सुचारू किए जाने की बात भंसार कार्यालय के प्रमुख अर्जुन प्रसाद सिटौला ने दी। इस नाका से सिर्फ आयात होता है। हालांकि जनकपुर भंसार कार्यालय अभी पूर्ण रूप से बंद है। जेन जी आंदोलन के क्रम में तोडफोड तथा आगजनी होने के बाद भंसार कार्यालय पूर्ण रूप में क्षतिग्रस्त है । भंसार कार्यालय के सूचना अधिकारी राजकुमार गेवा के अनुसार पूर्ण रूप में क्षति होने के कारण सामान्य रूप से सिर्फ प्रशासनिक कार्य हो रहा है ।

आंदोलन के बाद बीरगंज भंसार कार्यालय से भी आंदोलन के बाद अवरुद्ध रहे आयात निर्यात नियमित रूप से संचालित किया गया है। भंसार कार्यालय के प्रमुख विष्णु प्रसाद ग्वाली के अनुसार आंदोलन के दौरान दो दिन भंसार से जुड़े सभी कार्य ठप्प थे।

गुरुवार से आंशिक रूप से शुरू हुए रुपन्देही के भैरहवा भंसार कार्यालय रविवार से नियमित रूप से संचालित किया गया है।आगजनी के कारण भैरहवा भंसार कार्यालय परिसर में रहे बैँक को जला दिया गया था।जिसके बाद रविवार से कार्यालय परिसर में टेंट लग कर कार्य सुचारू करने की बात भैरहवा भंसार कार्यालय रुपन्देही के प्रमुख शिवलाल न्यौपाने ने कही है।इनके अनुसार रविवार को तीन सौ बीस मालवाहक गाडी नेपाल प्रवेश किया था तो 315 गाडी भारत वापस हुआ।सोमवार को 350 मालवाहक सवारी नेपाल प्रवेश किया तो 505 गाडी भारत वापस होने की बात भंसार कार्यालय के अधिकारी ने कही।वही कपिलवस्तु के कृष्णनगर व सुनौली नाका भी संचालन में आ चुका है।

नेपालगंज स्थित जमुनाहा नाका पूर्ण रूप में संचालन में आने की बात भंसार अधिकृत सह सूचना अधिकारी पवित्र कुमार खड्का ने कही।

जेन जी के आंदोलन के कारण 5 दिन तक बंद रहे सुदूर पश्चिम के गड्डाचौकी–वनबासा नाका पूर्ण रूप से संचालित है।रविवार से पूर्ण रूप से संचालन में आए कंचनपुर भंसार कार्यालय गड्डाचौकी के प्रमुख राजनबाबु काफ्ले के अनुसार सोमवार को 50 लाख रुपए का राजस्व प्राप्त किया गया है।वही त्रिनगर नाका से भी आयात निर्यात सुचारू किया गया है। कार्यालय को सुचारू करने के साथ ही

गौरीफन्टा–त्रिनगर नाका से समानों का आयात सहज बन रहा है। भंसार अधिकृत एवं कार्यालय के सूचना अधिकारी खिमप्रसाद अर्याल के अनुसार रविवार तक सिर्फ पेट्रोलियम पदार्थों को ही पास किया जा रहा था। लेकिन सोमवार से सभी प्रकार की सामग्री की जांच पास की जा रही है।

(Udaipur Kiran) / राहुल कुमार ठाकुर

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