
नमामि गंगे ने काशी के पौराणिक कुंडों- तालाबों- पोखरों – सरोवरों को संरक्षित रखने का किया आवाह्न
वाराणसी,15 सितम्बर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के वाराणसी में 16 दिवसीय सोरहिया मेले के समापन के बाद सोमवार को लक्ष्मी कुंड पर नमामि गंगे और नगर निगम कर्मियों ने स्वच्छता अभियान चलाया। अभियान के बीच काशी के पौराणिक कुंडों और तालाबों के संरक्षण की अपील भी की गई। कार्यकर्ताओं व कर्मचारियों ने लक्ष्मी कुंड पर बिखरी गंदगी को साफ कर सामाजिक दायित्वों को निर्वहन किया। इस दौरान पितृपक्ष के मातृ नवमी पर आत्मनिर्भर भारत की कामना से माता लक्ष्मी की आरती उतारकर श्री समृद्धि की कामना की गई। इसके बाद जीवित्पुत्रिका व्रत, सोरहिया मेले के बाद लक्ष्मी कुंड में इधर-उधर बिखरे निर्माल्य एवं सामग्रियों को बटोर कर नगर निगम की कूड़ा गाड़ी के हवाले किया। श्रद्धालुओं द्वारा छोड़ी गई पॉलिथीन , केमिकल युक्त मूर्तियां एवं अन्य गंदगियों को कुंड परिसर से बाहर निकाला। लक्ष्मी कुंड के आसपास नगर निगम के कर्मचारियों के साथ सफाई की। नमामि गंगे के राजेश शुक्ला ने बताया कि सनातनी संस्कृति के जन्म से लेकर मृत्यु तक के आयोजन पवित्र नदियों, कुंडों, तालाबों, पोखरों और सरोवर के किनारे होते हैं। हमारे जीवन में जल की महत्ता को समझ कर स्वच्छता की जिम्मेदारी का निर्वहन भी हमें स्वयं को करना होगा। पवित्र नदियों जलाशयों के किनारे धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन के बाद बचे हुए निर्माल्य व सामग्रियों को हम छोड़कर न जाएं जिससे कि इनके किनारे गंदगी का अंबार न लगे। अभियान में नगर निगम सुपरवाइजर विक्की कुमार, अमित कुमार आदि भी मौजूद रहे।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी
