
बीकानेर, 21 सितंबर (Udaipur Kiran News) । श्राद्ध पक्ष की पितर अमावस्या को तर्पण करने के बाद रविवार काे यज्ञ किया गया। पितरों को 15 दिन तर्पण कर अंजलि दी।
अशोक पुरोहित बताया कि पितरों के तर्पण करने से परिवार में सुख समृद्धि प्राप्त होती है। शास्त्रों में लिखा है कि पुत्र के द्वारा 15दिन तर्पण करने पिता, दादा, पड़ दादा, मां, दादी, पडदादी, नाना, नानी, तीन पीढ़ियों तक तर्पण किया जाता है। शास्त्रों में यह भी लिखा है पुत्रों द्वारा जल अंजलि से पितर ऋण से पुत्र मुक्त हो जाता है। देवताओं ने पितरों को 15दिन तक पृथ्वी पर भेजा है इसलिए 16 दिन का श्राद्ध पक्ष पूर्णिमा से अमावस्या तक मनाया जाता है। एकम को पुत्रियों को नानी श्राद्ध करने का अधिकार दिया गया है।
आज तर्पण के बाद यज्ञ पं जयप्रकाश ओझा द्वारा करवाया गया। यज्ञ में मुख्य यजमान कन्हैयालाल रंगा, कनू सपत्नीक बेठे। यज्ञ में राधा गार्डन श्रीरामसर में किया गया। यज्ञ में अशोक पुरोहित, बृजू पुरोहित, के के छंगाणी, सागर सा, ललिया चुरा, इन्दु जोशी, सूर्य कान्त व्यास, ओम माली, सीता राम कच्छावा आदि ऋषियों ने तर्पण यज्ञ कर आशीर्वाद लिया। ऋषि पूजन कर सभी ऋषियों से आशीर्वाद लिया।
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(Udaipur Kiran) / राजीव
