Madhya Pradesh

खोए हुए बेटे को 22 साल बाद पाकर माता पिता के छलके आंसू, स्वागत में उमड़ा पूरा गांव

लाल शर्ट मे खोया हुआ रामकेश

पन्‍ना, 29 जून (Udaipur Kiran) । खोया हुआ बेटा जिसकी तलाश करते-करते माता-पिता बूढे हो गए, इंतजार करते-करते आंखें थक गई, परिवार उम्मीद छोड़ चुका था, लेकिन 22 साल बाद फिर अपने बेटे को पाकर माता-पिता की आंखों से खुशी के आंसुओं की बरसात होने लगी मौजूद लोग भी भावुक हो गए। यह नजारा 28 जून की रात लगभग 10 बजे अजयगढ़ जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत जैतूपुर का है।

मामला इस प्रकार है कि राम आसरे पाल निवासी जैतूपुर का पुत्र रामकेश पाल अपने रिश्तेदारों के साथ चाचा की लड़की को लिवाने उसकी ससुराल ग्राम चंदौली जिला बांदा उत्तर प्रदेश गया हुआ था जहां से वापस लौटने पर ग्राम करतल यूपी से अचानक गायब हो गया माता-पिता ने काफी तलाश की हर रिश्तेदार हर जानकार से संपर्क किया पुलिस थाने में भी शिकायत दर्ज करवाई तमाम देवी देवताओं के मंदिरों में अर्जी लगाई तांत्रिकों और ज्योतिषियों से भी संपर्क किया लेकिन खोए हुए पुत्र का कहीं कुछ पता नहीं चला।

यह घटना 22 वर्ष पूर्व की है, जब रामकेश महज 15 वर्ष का था। बंधक बनाकर रखने वालों ने उसका नाम और पहचान बदलकर करण पाल पिता रामपाल पाल के नाम पर आधार कार्ड बनवा दिया गया था ताकि किसी को शक ना हो लेकिन सामाजिक कार्यकर्ता का प्रयास सफल हुआ रामकेश से जानकारी लेकर सामाजिक कार्यकर्ता ने ग्राम पंचायत जैतूपुर के सरपंच अरविंद पटेल से संपर्क किया। जिस पर राम आसरे का पुत्र 22 वर्ष पूर्व खोने की जानकारी प्राप्त हुई सारी बातें कंफर्म होने के बाद सरपंच श्री पटेल ने मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक साईं कृष्ण एस थोटा को दी गई जिनके निर्देशानुसार अजयगढ़ थाना पुलिस रामकेश के पिता भाई चाचा एवं परिवार के लगभग सात लोगों के साथ झांसी रवाना हुए जहां रामकेश परिवार को मिल गया।

गृह ग्राम जैतूपुर पहुंचने पर खोए पुत्र को 22 साल बाद पाकर माता-पिता की आंखों से खुशी के आंसुओं की झडी लग गई। रामकेश के स्वागत के लिए पूरा गांव उमड पड़ा लोगों ने बैंड-बाजों, नाचगाना, फूल मालाओं, कलश और आतिशबाजी से स्वागत किया। 22 साल बाद अपने जिगर के टुकड़े को पाकर राम आसरे एवं उसके पूरे परिवार ने पुलिस अधीक्षक सांई कृष्णा थोटा के प्रति अभार व्यक्त किया है।

—————

(Udaipur Kiran) / सुरेश पांडे

Most Popular

To Top