
रांची, 22 अगस्त (Udaipur Kiran) । झारखंड अगेंस्ट करप्शन के केन्द्रीय अध्यक्ष दुर्गा उरांव ने कहा है कि खूंटी जिला के कर्रा अंचल अधिकारियों की मिलीभगत से बड़का रेगरे ग्रामवासियों की जमीन लूटने की बड़ी साजिश रची जा रही है। इसमें रांची के बड़े जमीन माफिया और कुछ असमाजिक तत्व के नाम शामिल हैं। ये सभी मिलकर यहां सौ साल से खेतीबाडी करनेवाले किसानों की कृषि योग्य भूमि को बेचना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि खूंटी उपायुक्त और राज्य सरकार इसपर हस्ताक्षेप कर किसान हित में फैसला लें। यह बातें दुर्गा उरांव ने शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही।
उन्होंने जिला प्रशासन को आगाह करते हुए दोषिदारों पर कार्रवाई करने की मांग की है। उरांव ने कहा कि बड़का रेगरे बगीचा टोली में वहां के किसान 100 वर्षों से खेती करते आ रहे हैं। लेकिन यहां रांची अपर बाजार के लोग खाता ९३ के विभिन्न प्लॉट पर निलामी में जमीन खरीदने का फर्जी दावा कर रहे हैं। जबकि किसानों के पास इस जमीन के तीन चार कोर्ट के ऑडर्र हैं। इसमें किसानों के पक्ष में फैसला आया है। एसडीएम कोर्ट खूंटी, ज्युडिशियल कमिश्नर की रेंट अपील और कर्रा अंचल में दर्ज सीएनटी भूधृति अधिनियम-८३ के तहत मामला खारिज हो चुका है। ऐसे में जमीन पर तथाकथित भू माफियाओं का दावा फर्जी है।
दुर्गा ने कहा कि खूंटी उपायुक्त इसपर ठोस निर्णय लेते हुए किसानों के हित में ध्यान दें। किसान शैलेन्द्र, रवि सिंह, बुधराम सिंह, नागेन्द्र सिंह, भूनेश्वर सिंह सहित अन्य किसान कहते हैं कि कर्रा अंचल कर्मियों की मिलीभगत से ज्युडिशियल कमिश्नर के ऑडर्र सहित अन्य कोर्ट के फैसलों को दरकिनार कर जमीन छीनने का प्रयास हो रहा है।
पूरा क्षेत्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र है। इसका भय दिखाकर कुछ लोग खेती योग्य उस जमीन को येन केन प्रकारेण हासिल करना चाहते हैं। इसमें कर्रा अंचल के एक कर्मचारी का भी हाथ है। ग्रामीण मनोज कुमार कहते हैं कि बीते दिनों खूद खूंटी एसडीएम दीपेश कुमारी बड़का रेगरे पहुंचकर मामले की जांच की है। उपायुक्त कार्यालय और एसडीएम कार्यालय में कोर्ट के ऑडर्र सहित अन्य कागजात जमा करा दिए गए हैं।
वहीं एसडीएम ने आश्वासन दिया है कि समुचित कार्रवाई की जाएगी। किसी भी हाल में किसानों का हक नहीं मारा जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / Manoj Kumar
