मुर्शिदाबाद, 11 अगस्त (Udaipur Kiran) । पिछले कुछ दिनों से राज्य भर में हो रही भारी बारिश के बाद, पिछले 24 घंटों में बारिश थोड़ी कम हुई है, लेकिन झारखंड और बिहार से बाढ़ का पानी गंगा नदी के निचले बेसिन की ओर बहने लगा है, जिससे मुर्शिदाबाद जिले में गंगा और पद्मा के किनारे बसे कई गांवों में भीषण बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इसके अलावा, बांग्लादेश का एक बड़ा हिस्सा भी बाढ़ की चपेट में आ सकता है। गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही मुर्शिदाबाद जिला प्रशासन ने फरक्का, सुती, शमशेरगंज, रघुनाथगंज, भागवानगोला, जलांगी समेत कई ब्लॉकों में अलर्ट जारी कर दिया है।
पिछले दो दिनों से गंगा नदी का पानी धीरे-धीरे मुर्शिदाबाद के सुती, शमशेरगंज और रघुनाथगंज के कई गांवों में घुसने लगा है। फरक्का बैराज परियोजना प्राधिकरण के अनुसार, बांध क्षेत्र में गंगा नदी का खतरे का स्तर 22.25 मीटर है। रविवार को, गंगा नदी के ‘अपस्ट्रीम’ दिशा में, यानी झारखंड की ओर, 26.40 मीटर की ऊँचाई पर बह रही है, और ‘डाउनस्ट्रीम’ दिशा में 23.48 मीटर की ऊँचाई पर बह रही है। बाँध परियोजना सूत्रों के अनुसार, रविवार सुबह से ही परियोजना के अधिकांश द्वार खोल दिए गए हैं क्योंकि झारखंड से भारी मात्रा में पानी बैराज की ओर बहने लगा है। वहां 14.5 लाख क्यूसेक की दर से पानी छोड़ा जा रहा है।
गंगा नदी के झारखंड से मुर्शिदाबाद जिले में बहने के बाद, फरक्का बैराज के अधिकारी इस नदी के बांग्लादेश की ओर जल प्रवाह के स्तर को नियंत्रित करते हैं। लेकिन बैराज अधिकारियों के पास ‘अपस्ट्रीम’ दिशा से बैराज की ओर बह रहे भारी मात्रा में पानी को रोकने की शक्ति नहीं है। अगर पानी का दबाव बहुत ज़्यादा बढ़ गया, तो बैराज टूट भी सकता है। सूत्रों के अनुसार, इसी वजह से बैराज अधिकारियों ने पिछले 15 दिनों में सबसे तेज़ गति से पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। इसीलिए गंगा और पद्मा नदियों का जलस्तर सुती, शमशेरगंज से लेकर जलंगी तक बढ़ने लगा है।
फरक्का बैराज परियोजना के एक अधिकारी ने बताया, ‘पद्मा नदी की वह शाखा जो सुती, शमशेरगंज होते हुए बांग्लादेश में प्रवेश करती है, उसका जलस्तर भी काफ़ी बढ़ गया है। बैराज अधिकारियों ने बांग्लादेशी अधिकारियों को अतिरिक्त पानी छोड़ने के बारे में पहले ही चेतावनी दे दी है।’ दूसरी ओर, जैसे ही फरक्का बैराज अधिकारियों ने भारी मात्रा में पानी छोड़ना शुरू किया, मुर्शिदाबाद ज़िले के सुती, शमशेरगंज, रघुनाथगंज-2 समेत कई अन्य ब्लॉकों में पानी का प्रवेश शुरू हो गया है। शमशेरगंज ब्लॉक के लहरपुर, शिवनगर समेत कई इलाकों में जैसे ही नया पानी प्रवेश कर रहा है, गंगा के किनारे के इलाकों में नदी का कटाव एक नया और भयानक रूप ले चुका है।
(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
