Chhattisgarh

एकल शिक्षकीय स्कूल में अतिरिक्त शिक्षक नियुक्त, शिक्षा व्यवस्था हुई सुदृढ़

स्कूल में बच्चों को पढ़ाते हुए शिक्षक।

धमतरी, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए की गई युक्तियुक्तकरण नीति के सकारात्मक परिणाम अब दूरस्थ वनांचल इलाकों में भी देखने को मिल रहे हैं। इसी नीति के अंतर्गत नगरी विकासखंड के ग्राम बरबांधा स्थित प्राथमिक शाला में एक अतिरिक्त शिक्षक की नियुक्ति की गई है, जिससे शिक्षा व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार आया है।

बरबांधा प्राथमिक शाला में कुल 90 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। पहले यहां केवल प्रधान पाठक ही कार्यरत थे, जिन्हें पढ़ाई के साथ-साथ विद्यालय से जुड़े प्रशासनिक कार्य भी करने होते थे। इसके चलते पढ़ाई बाधित हो रही थी और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल पा रही थी। नए शिक्षक की नियुक्ति के बाद अब विद्यालय में दो शिक्षक कार्यरत हैं, जिनसे सभी कक्षाओं का संचालन सुचारू रूप से होने लगा है। बच्चों को अब पाठ्यक्रम के साथ सहगामी गतिविधियों का भी अवसर मिल रहा है, जिससे उनके शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास में सकारात्मक बदलाव दिख रहा है।

अभिभावकों का कहना है कि छात्रों की सीखने की उत्सुकता बढ़ी है और मासिक परीक्षाओं में उनके प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया है। इस परिवर्तन ने विद्यालय की शिक्षा व्यवस्था को मजबूत आधार प्रदान किया है। गांव के पालकों और जनप्रतिनिधियों ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि पहले शिक्षकों की कमी से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती थी। एक ही शिक्षक सभी कक्षाओं को संभाल नहीं पाते थे, जिससे बच्चों की पढ़ाई अधूरी रह जाती थी। लेकिन अब अतिरिक्त शिक्षक मिलने से बच्चों का शैक्षणिक भविष्य सुरक्षित नजर आ रहा है और अभिभावकों को बच्चों की पढ़ाई के लिए बाहर भेजने की आवश्यकता नहीं रही। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने इस पहल की सराहना की है और कहा कि यह निर्णय दूरस्थ वनांचल क्षेत्रों की शिक्षा व्यवस्था में नई रोशनी लेकर आया है। यह कदम प्रदेश के बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

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