
जींद, 10 सितंबर (Udaipur Kiran) । सिविल लाइन थाना पुलिस ने लगभग सवा दो साल पहले डिटेक्टिव स्टाफ करनाल टीम पर जानलेवा हमला करने, सरकारी कार्य में बाधा डालने में वाछित आरोपित को नूहं जेल से प्रोडक्शन वांरट पर लिया है।
डिटेक्टिव स्टाफ करनाल के निरीक्षक मोहन लाल ने 17 जुलाई 2022 को सिविल लाइन थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया था कि उन्हे सूचना मिली थी कि आठ जुलाई को असंध में मिनाक्षी अस्पताल के अंदर तथा बाहर फायरिंग करने में वांछित बदमाश जींद जिले के गांव निर्जन से पिंडारा जाने वाले लिंक मार्ग पर बने खाली मकान में रूके हुए हैं। पुलिस टीमों ने मकान को घेर कर युवकों को आत्मसर्मपण करने के लिए कहा। जिस पर युवकों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। गोली पुलिस गाडी के शीशे को चीरती हुई अंदर सीट में जा धंसी। जिसमें चालक बाल बाल बच गया। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। जिसमे दो बदमाशों को गोलियां जा लगीं, जिससे वे घायल हो गए।
पुलिस पूछताछ में पकड़े गए घायल बदमाशों की पहचान गंगानगर राजस्थान निवासी मोहित तथा हाथरस यूपी निवासी सोभित के रूप में हुई थी। सिविल लाइन थाना पुलिस ने निरीक्षक मोहनलाल की शिकायत पर मोहित तथा सोभित के खिलाफ जानलेवा हमला करने, शस्त्र अधिनियम, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने समेत विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था। आरोपितों से पुलिस पूछताछ के दौरान गांव नाहरपुर गुरूग्राम निवासी संदीप का नाम सामने आया था। आरोपित नूंह जेल मे बंद था। मामले में वांछित होने के चलते सिविल लाइन थाना पुलिस आरोपित संदीप को नूंह जेल से प्रोटेक्शन वांरट पर लेकर पूछताछ कर रही है।
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(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
