नई दिल्ली, 14 मई (Udaipur Kiran) । दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है जो आध्यात्मिक आस्था का लाभ उठाकर लोगों को निवेश का झांसा देकर करोड़ों रुपये की ठगी कर चुका है। पकड़े गए आरोपित की पहचान राजौरी गार्डन निवासी मोहित वाधवा उर्फ मनु वाधवा (44) के रूप में हुई है।
आर्थिक अपराध शाखा के डीसीपी अमित वर्मा ने बुधवार को बताया कि वर्ष 2021 में शिकायतकर्ता गुरप्रीत कौर राय द्वारा पुलिस को शिकायत दी गई थी। इस मामले में चार अलग-अलग परिवारों के कुल 14 पीड़ितों से शिकायतें प्राप्त हुईं। आरोप था कि मोहित वाधवा और उसके सहयोगियों ने खुद को एक गुरुजी का अनुयायी बताकर पहले लोगों को सत्संग में शामिल किया। बाद में आरोपितों ने दुबई में आकर्षक निवेश योजनाओं में भारी लाभ का लालच देकर लोगों से करीब नौ करोड़ रुपये की राशि वसूल ली। ये रुपये सितंबर 2017 से सितंबर 2020 के बीच कई बार में लिए गए।
ठगी के बाद न तो निवेश से संबंधित कोई दस्तावेज दिए गए और न ही पीड़ितों को उनका पैसा वापस किया गया। मामले को गंभीरता से लेते हुए आर्थिक अपराध शाखा को जिम्मा सौंपा गया। पुलिस टीम ने
जांच के दौरान पीड़ितों के बयान दर्ज किए और बैंक खातों की जानकारी से लेन-देन की पुष्टि हुई। मोहित वाधवा ने पूछताछ में बताया कि उसने कुछ रुपये क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया जबकि बाकी धनराशि से वह ऐशोआराम की जिंदगी जी रहा था। पुलिस टीम ने आरोपित को गुप्त सूचना के आधार पर सुभाष नगर से गिरफ्तार किया। फिलहाल आर्थिक अपराध शाखा अब मोहित के अन्य सहयोगियों की तलाश कर रही है।पुलिस अधिकारी के अनुसार जांच में पता चला है कि आरोपित मोहित वाधवा 12वीं कक्षा तक पढ़ा और शादीशुदा है। वह किसी भी तरह से कम समय में अमीर बनने की महत्वाकांक्षा रखता था। जब उसने अपने पते पर सत्संग आयोजित करना शुरू किया, तो बड़ी संख्या में गुरुजी के भक्त उसके पास आने लगे। उसने भोले-भाले लोगों को अलग-अलग वादे करके उनका विश्वास जीत लिया। पूछताछ में आरोपित ने खुलासा किया कि वह पीड़ितों से प्राप्त धन का कुछ हिस्सा क्रिप्टो करेंसी में निवेश करता था और शेष धन का इस्तेमाल निजी खर्च के लिए करता था।
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(Udaipur Kiran) / कुमार अश्वनी
