
नैनीताल, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । नैनीताल की आराध्य देवी माता नयना देवी मंदिर के अनुसार इस वर्ष दीपावली-महालक्ष्मी का पर्व 21 अक्टूबर को होगा जबकि इसके साथ धनतेरस 18 अक्टूबर को, नरक चतुर्दशी 19 अक्टूबर को, गोवर्धन पूजा 22 अक्टूबर को और यम द्वितीया-भैया दूज 23 अक्टूबर को होगी। यह पांचों पर्व सनातन धर्म में समृद्धि और कल्याण का प्रतीक हैं, और सभी की तिथियां सर्वसम्मत हैं।
बताया गया है कि इस बार अमावस्या तिथि 20 और 21 अक्टूबर दोनों दिन पड़ रही है, किंतु ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति के अनुसार 21 अक्टूबर की रात्रि लक्ष्मी पूजन शुभ फलदायी रहेगा। यह तिथि प्रदोषकाल में पड़ने से शुभ फल देने वाली है। साथ ही इस बार अमावस्या तिथि और मंगल ग्रह का शुभ संयोग भी बन रहा है, जिससे धन, सौभाग्य और संपत्ति प्राप्ति का सुंदर योग बन रहा है।
मंदिर के पुजारियों के अनुसार दिवाली के दिन सबसे पहले भगवान गणेश की मिट्टी या चांदी की मूर्तियों की स्नान कराकर स्वच्छ वस्त्र पहनाकर पूजन स्थल पर स्थापित कर पूजा करनी चाहिए। पूजा में खील-बताशे, खिलौने, कलम-दवात और कुबेर जी का पूजन करना भी उत्तम रहता है।
गणेश पूजन के बिना कोई भी मंगल कार्य पूर्ण नहीं होता। इसके बाद महालक्ष्मी जी की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। केवल लक्ष्मी जी का पूजन करने से धन की प्राप्ति तो होती है, लेकिन साथ ही अहंकार और विकार भी उत्पन्न हो सकते हैं, इसलिए लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी का संयुक्त पूजन श्रेष्ठ होता है।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
