
सरायकेला, 27 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल थाना क्षेत्र अंतर्गत पथरदीह बिस्वास भटा के सामने सोमवार शाम छठ पूजा के दौरान श्रद्धालुओं के बीच अफरा-तफरी मच गई, जब अर्घ्य देने के दौरान एक बच्चा स्वर्णरेखा नदी में डूब गया। बच्चे को बचाने के लिए दो लोग पानी में कूद पड़े, लेकिन दुर्भाग्यवश तीनों ही नदी की गहराई में समा गए।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और प्रशासन को सूचना दी। चांडिल थाना पुलिस, एनडीआरएफ टीम और स्थानीय गोताखोरों ने संयुक्त रूप से रेस्क्यू अभियान शुरू किया। कई घंटे की मशक्कत के बाद देर शाम बच्चे का शव बरामद किया जा सका, जबकि दो वयस्कों की तलाश देर रात तक जारी रही। हालांकि गोताखोरों का कहना है कि नदी में गहराई और तेज बहाव के कारण दोनों के बचने की संभावना बेहद कम है।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नदी में बने गहरे गड्ढों के कारण लोग अचानक गहराई में चले गए और बाहर नहीं निकल सके। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि घाट पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे और अवैध बालू उत्खनन से नदी का स्वरूप खतरनाक हो गया है।
घटना से पूरे इलाके में मातम का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से छठ जैसे बड़े पर्वों के दौरान घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने और नदी से अवैध बालू उठाव पर रोक लगाने की मांग की है, ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं को टाला जा सके।
एसपी मुकेश कुमार लुनायत ने बताया कि तीन लोग डूबे है। एक का शव मिला है, दो की तलाश जारी है।
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(Udaipur Kiran) / विकाश कुमार पांडे