सोनीपत, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक
ब्यूरो (एसीबी) की जांच में उपायुक्त कार्यालय सोनीपत में फैले भ्रष्टाचार का बड़ा
खुलासा हुआ है। उपायुक्त के पीए शशांक से पूछताछ के बाद अब सोमवार की शाम को दो और
कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया। दोनों को मंगलवार को अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया गया।
इस मामले में संख्या और बढने की संभावना है।
एसीबी ने सोमवार को कार्रवाई करते
हुए उपायुक्त कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर अनूप सिंह और एसडीएम कार्यालय के कंप्यूटर
ऑपरेटर राजेश को गिरफ्तार किया। मामले की शुरुआत 20 जून को हुई, जब एसीबी टीम ने लघु
सचिवालय में छापा मारकर उपायुक्त के पीए शशांक को 5 लाख की रिश्वत मांगने के आरोप में
रंगे हाथ गिरफ्तार किया था। तलाशी के दौरान उसके दफ्तर से 3.50 लाख रुपये नकद बरामद
हुए थे, जबकि उसके घर से 5.75 लाख नकद और लाखों रुपये के आभूषण जब्त किए गए थे।
शिकायतकर्ता ने बताया कि राई तहसील
में रजिस्ट्री क्लर्क लगवाने के एवज में शशांक ने रिश्वत मांगी थी। एडवांस में 1.5
लाख रुपये लिए गए थे। एसीबी ने योजना के तहत शिकायतकर्ता को पैसे देकर भेजा, और जैसे
ही शशांक ने राशि ली, टीम ने उसे पकड़ लिया। जांच में सामने आया है कि अनूप
सिंह ने बीते वर्षों में 20 बार में कुल 3.13 लाख रुपये और राजेश ने 16 बार में
2.87 लाख रुपये की रिश्वत शशांक को दी थी। दोनों हर माह 10 से 15 हजार रुपये मंथली
देते थे। एसीबी का कहना है कि अन्य संलिप्त लोगों की भी जल्द गिरफ्तारी हो सकती है।
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(Udaipur Kiran) शर्मा परवाना
