
डूंगरपुर, 4 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एक और बड़ा कदम उठाया है। बिलड़ी के तत्कालीन भू-अभिलेख निरीक्षक दिनेश पंचाल पर अब कानूनी शिकंजा कस गया है। डूंगरपुर कलेक्टर से अभियोजन की स्वीकृति मिलने के बाद एसीबी उदयपुर ने आरोपित दिनेश पंचाल के खिलाफ एसीबी कोर्ट उदयपुर में चालान पेश कर दिया।
इस मामले ने मई माह में पूरे जिले में सनसनी फैला दी थी, जब एसीबी की टीम ने पंचाल को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था और उसके घर से भारी मात्रा में नकदी व जेवर बरामद किए थे।
एसीबी उदयपुर की प्रभारी डॉ. सोनू शेखावत ने बताया कि 16 मई 2024 को बिलड़ी में पदस्थ भू-अभिलेख निरीक्षक दिनेश पंचाल को 25 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया था। आरोपित ने कृषि भूमि का अलग-अलग नाम से नामांतरण खोलने की एवज में परिवादी से यह रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता मनपुर निवासी शंकरलाल पुत्र कानजी कटारा ने दर्ज कराई शिकायत में बताया था कि पंचाल नामांतरण खोलने के लिए 50 हजार रुपये की मांग कर रहा था। एसीबी ने योजना बनाकर ट्रैप किया और पंचाल को रंगे हाथों दबोच लिया।
गिरफ्तारी के बाद जब एसीबी की टीम ने आरोपित के घर की तलाशी ली, तो चौंकाने वाले खुलासे हुए। टीम को घर से 42 लाख रुपये नकद और करीब 75 लाख रुपये के सोने-चांदी के जेवर मिले। इसके अलावा विभिन्न जगहों पर बेशकीमती जमीनों के दस्तावेज भी बरामद किए गए थे।
एसीबी ने इस मामले में कलेक्टर से अभियोजन स्वीकृति मांगी थी, जिस पर कलेक्टर कार्यालय की ओर से मंजूरी प्रदान कर दी गई। इसके बाद एसीबी उदयपुर ने आरोपित दिनेश पंचाल के खिलाफ एसीबी कोर्ट उदयपुर में चालान पेश कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार, अब इस प्रकरण में अभियोजन की कार्यवाही आगे बढ़ेगी। एसीबी सूत्रों ने संकेत दिए हैं कि पंचाल की संपत्तियों की जांच भी आगे जारी रह सकती है, ताकि उसकी आय से अधिक संपत्ति के पहलू पर भी कार्रवाई की जा सके।
—————
(Udaipur Kiran) / संतोष
