Uttar Pradesh

अभाविप जन–जन तक पहुंचाएगी मीसा बंदियों पर हुई बर्बरता

आपातकाल: लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला : रमेश*
आपातकाल: लोकतंत्र पर सबसे बड़ा हमला : रमेश*

गोरखपुर, 25 जून (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, गोरखपुर महानगर इकाई द्वारा स्वाधीन भारत के इतिहास में काले अध्याय के रूप में वर्ष 1975 से 1977 तक देश पर थोपे गए आपातकाल के 50वें वर्ष पर ’आपातकालीन संघर्ष गाथा ’ नामक संगोष्ठी का आयोजन हुआ। आपातकाल के दौरान संविधान को बदलने के प्रयास, एकदलीय प्रणाली को स्थापित करने जैसी देशघाती मंशा पर मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयं सेवकसंघ के प्रांत प्रचारक रमेश ने विचार प्रस्तुत किये।

प्रांत प्रचारक रमेश ने कहा कि आज से ठीक 50 वर्ष पूर्व, 25 जून 1975 को, भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक काला अध्याय जोड़ा गया। जब तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने देश में आपातकाल लागू कर दिया। इस दौरान प्रेस की स्वतंत्रता का गला घोंटा गया, नागरिक स्वतंत्रता का हनन हुआ और हजारों निर्दोष लोगों, जिन्हें ‘मीसा बंदी’ कहा गया, को जेलों में अमानवीय यातनाएं दी गईं। कांग्रेस ने अपनी सत्ता बचाने के लिए जिस तरह से संवैधानिक प्रावधानों का दुरुपयोग किया, वह भारतीय लोकतंत्र पर एक अमिट धब्बा है। यह समय है कि हम सब मिलकर लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हों और सुनिश्चित करें कि भविष्य में कोई भी राजनीतिक दल ऐसी निरंकुशता थोपने का दुस्साहस न कर सके।

विशिष्ट अतिथि प्रो. पूनम टंडन ने कहा कि 25 जून 1975 का दिन भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक काला अध्याय है, जब तत्कालीन सरकार ने आपातकाल लागू कर लोकतंत्र का गला घोंट दिया था। उन्होंने अभाविप द्वारा चलाए जा रहे राष्ट्रव्यापी अभियान की प्रशंसा की, जिसका उद्देश्य आपातकाल के दौरान हुए अत्याचारों और संविधान पर हुए हमलों की सच्चाई को उजागर करना है।

नवल्स अकादमी के चेयरमैन डॉ. संजयन त्रिपाठी ने कहा कि यह अभियान युवाओं को हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति जागरूक करेगा और उन्हें भविष्य में ऐसे किसी भी तानाशाही कदम के खिलाफ खड़े होने के लिए प्रेरित करेगा। इस अवसर पर इंटरनेशन दिल्ली पब्लिक स्कूल के चेयरमैन विकास अग्रवाल, प्रांत अध्यक्ष डॉ. राकेश प्रताप सिंह व महानगर अध्यक्ष डॉ विवेक शाही उपस्थित रहे। संगोष्ठी का प्रस्ताव डॉ.राकेश प्रताप सिंह ने और संचालन शुभम गोविंद राव ने किया। आभार व्यक्त करते हुए विकास अग्रवाल ने कहा कि विद्यार्थी परिषद यह सुनिश्चित करने के लिए प्रशंसनीय कार्य कर रही है कि इन बलिदानों को कभी भुलाया न जाए।

मुख्य रूप से गोरक्ष प्रांत के सह प्रचारक सुरजीत, अभाविप की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की विशेष आमंत्रित सदस्य प्रो.उमा श्रीवास्तव, प्रांत मंत्री मयंक राय, दिवाकर सिंह,ऋषभ सिंह , सौम्या गुप्ता, संपदा द्विवेदी, निखिल गुप्ता, ओंकार मिश्र आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

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(Udaipur Kiran) / प्रिंस पाण्डेय

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